नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस और गांधी परिवार की आलोचना करते हुए कहा है कि पंजाब में राहुल गांधी की ओर से निर्देशित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाने का नाटक शर्मनाक है।
नड्डा ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि ऐसा नाटक अप्रत्याशित नहीं है क्योंकि नेहरु गांधी राजवंश ने कभी भी प्रधानमंत्री कार्यालय का सम्मान नहीं किया है। वर्ष 2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री के अधिकार को संस्थागत तौर पर कमज़ोर करते हुए देखा गया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि निराशा और बेशर्मी का मेल खतरनाक है। कांग्रेस के पास दोनों है। जहां पार्टी में राहुल गांधी घृणा क्रोध, झूठ और आक्रामकता की राजनीति दिखाते हैं वहीं उनकी मां सोनिया गांधी शालीनता और लोकतंत्र की सिर्फ बयानबाजी करके इसका पूरक बनती हैं। ये कांग्रेस पार्टी के दोयम दर्जे को दिखाता है।
नड्डा ने कहा कि अगर कोई पार्टी घृणा का पात्र है तो वह कांग्रेस है। राजस्थान में अनुसूचित जाति और जनजाति पर अत्याचार सबसे ज्यादा है। काग्रेस शासित राजस्थान और पंजाब में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। पंजाब के मंत्री छात्रवृत्ति घोटाला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर कांग्रेस कभी भी दूसरों पर दबाव नहीं बना सकती। कांग्रेस का दूसरों की आवाज़ दबाने का दशकों से इतिहास रहा है। इसे हमने आपातकाल के दौरान भी देखा। इसके बाद राजीव गांधी की सरकार में प्रेस की आज़ादी को कमज़ोर करने की कोशिश की गई। स्वतंत्र मीडिया कांग्रेस को चुभती है।
नड्डा ने कहा कि अगर कोई क्रूर राज्य शक्ति के इस्तेमाल की प्रयोगशाला को देखना चाहता है तो वह कांग्रेस की आशीर्वाद वाली महाराष्ट्र सरकार को देखे, जहां विपक्षियों को परेशान किया जा रहा है। कांग्रेस की शैली में लोगों के बोलने की आज़ादी पर अंकुश लगाया जा रहा है। शासन को छोड़कर महाराष्ट्र सरकार सब कुछ कर रही है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस वंश को एक व्यक्ति से अधिक नफरत है जो गरीबी में पैदा हुआ और देश का प्रधानमंत्री बना। लेकिन जितनी नफरत इस वंश को है उतना ही प्यार देश की जनता ने प्रधानमंत्री को दिया है। कांग्रेस का झूठ और नफरत जितनी बढ़ेगी, उतना ही लोग प्रधनामंत्री मोदी को समर्थन करेंगे।