आज शहर के लोगों को तमाम बंदिशों के बीच गांवों का खुलापन बहुत याद आ रहा होगा, जहां आज कोरोना वायरस की दहशत के मारे शहरी जीवन लोगों के लिए समस्या बन चुका है वहीं दूसरी ओर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कोरोना का असर लगभग न के बराबर है।
लॉकडाउन का भी गांव में कोई खास असर नहीं है। आज हमारे भारत देश की लगभग 65 प्रतिशत से अधिक आबादी गांवों में बसती है और अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के हिसाब से खुशहाल जिंदगी भी जीते हैं लोग।
गुरुवार को मौसम विभाग ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक और राहत भरी खबर लेकर आया। जब विभाग ने इस साल मानसून यानी बारिश अच्छी होने की जानकारी दी, तब देश का करोड़ों किसान झूम उठा। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग खासकर किसान कोरोना वायरस से जुड़ी खबरों से कोई खास सरोकार नहीं रखते हैं बल्कि उन्हें तो अपनी खेती और किसानी कैसे बेहतर हो हर रोज किसी के बारे में सोचते रहते हैं।
इन दिनों देश में गेहूं की कटाई जोरों पर चल रही है ऐसे में किसान अब धीरे-धीरे खेतों में जाकर फसल काटने लगा है। 20 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में किसानों के लिए फसल काटने के लिए छूट भी दी जा रही है, ऐसे में किसान खुश नजर आ रहा है। लॉकडाउन से भारतीय अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा है। कई सेक्टरों में भारी गिरावट है। अगर मानसून बेहतरीन हो जाता है तो कम से कम इसकी भरपाई गांवों से उठने वाली मांगों से हो सकेगी। अच्छी बारिश के बाद फसलें अच्छी होंगी तो किसानों के पास पैसा होगा।
लॉकडाउन होने की वजह से शहरवासियों का घुट रहा है दम
एक और कोरोना की दहशत दूसरी ओर लॉकडाउन लागू होने से शहरों में तमाम बंदिशों के बीच आज लोगों का दम घुट रहा है। शहरों में आज कई आवश्यक चीजों को लेने के लिए लोग हजारों बार बाहर निकलने से डर रहा है कहीं ऐसा हो पुलिस का प्रकोप उस पर पड़ जाए और रिपोर्ट भी दर्ज हो जाए। इसके अलावा शहर में न वो खुलकर जीवन जी पा रहा है पिछले 1 महीने से लोगों की जिंदगी कैद होकर रह गई है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में न कोरोना की दहशत है और ही लॉकडाउन की तमाम बंदिशें।
ऐसे में गांव के रहने वाले लोग अपनों के बीच रहकर शुद्ध ताजी हवा का आनंद ले रहे हैं । आज शहर के लोगों को ऐसे मौके पर गांव की याद आ रही होगी। लॉकडाउन लगने से पहले जो लोग अपने अपने गांव पहुंच गए हैं वह आज भगवान का धन्यवाद भी दे रहे होंगे। और जो लोग किसी कारणवश नहीं पहुंच पाए होंगे आज वह गांव की याद करके ही अपने को तसल्ली दे देते हैं। जिस दिन देश से लॉकडाउन हटाया जाएगा उस दिन शहरों से लाखों-करोड़ों की संख्या में लोग गांव की ओर अवश्य पलायन करेंगे।
मौसम विभाग के अनुसार इस बार पूरे देश में अच्छी बारिश होगी
मौसम विभाग ने बताया कि इस बार देश भर में अच्छी बारिश होगी। जून से सितंबर तक पूरे देश में 96-104 फीसदी रहने का अनुमान है। आपको बता दें कि भारत विश्व का सबसे बड़ा चीनी, कॉटन और दालों का उत्पादक देश है और चावल, गेहूं के मामले में दूसरा सबसे बड़ा देश है। देश में चावल, गेहूं, गन्ने और तिलहन की खेती के लिए मॉनसून वर्षा महत्वपूर्ण है।
खेती भारतीय अर्थव्यवस्था के लगभग 15 फीसदी हिस्से में होती है और इसके आधे से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है। भारत के लगभग 65 प्रतिशत लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से किसानी के कार्य में लगे होते हैं। किसानों की अच्छी फसल होने से कई तरह के बड़े बदलाव आते हैं। गांवों से कई चीजों की डिमांड बढ़ जाती है जिसका असर सीधा-सीधा भारतीय जीडीपी पर पड़ता है। मौसम विभाग ने कहा कि केरल में मानसून 1 जून को आएगा है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार