काठमांडू। नेपाल के तारा एयर के ट्विन ओटर विमान के दुर्घटनास्थल से सोमवार शाम तक बचावकर्मियों ने 21 शव बरामद किये हैं। इस पर हुई प्रारंभिक जांच ने हादसे की वजह खराब मौसम को बताया है। यह विमान रविवार को लापता हो गया था जिसमें चार भारतीयों सहित 22 लोग सवार थे।
विधानमंडल-संसद की अंतरराष्ट्रीय संबंध समिति की बैठक में नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) के महानिदेशक प्रदीप अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम के कारण नेविगेट करने में परेशानी हुई, जिसके बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अधिकारी ने कहा कि इस पर एक जांच समिति दुर्घटना के विस्तृत कारणों का पता लगाएगी।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने विमान दुर्घटना की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है। संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि आयोग का गठन सीनियर एयरोनाटिकल इंजीनियर रतीश चंद्र लाल सुमन के नेतृत्व में किया गया है।
मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक आयोग दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के साथ ही साथ आगे आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुझाव भी प्रस्तुत करेगा।
नेपाल सेना ने कहा कि विमान के लापता होने के करीब 20 घंटे बाद विमान के मलबे मिले। हिमालयी राष्ट्र के उत्तर-पश्चिमी भाग में मस्टैंग जिले के थासांग के सानो स्वरे भीर में सोमवार सुबह 14,500 फुट की ऊंचाई पर दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा मिला।
मस्टैंग के मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने सेतोपति न्यूज को बताया कि अभी तक 21 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक की तलाश की जा रही है।इन शवों की हालांकि पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। प्रशासन इन शवों को पोखरा या काठमांडू लाने की तैयारी कर रहा है।
गौरतलब है कि तारा एयर का विमान रविवार सुबह पोखरा हवाई अड्डे से 19 यात्रियों और चालक दल के तीन सदस्यों को लेकर रवाना हुआ। एयरलाइंस कंपनी के मुताबिक यात्रियों में 13 नेपाली, चार भारतीय और दो जर्मन नागरिक शामिल थे। इसके पायलट प्रभाकर घिमिरे थे।
पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई की बेटी अस्मिता सिंह मानुषी यामी भट्टाराई ने कहा कि मुझे लगता है कि इस घटना का कारण काफी हद तक खराब मौसम होना था, जिसका कोई भी पूर्वानुमान नहीं था।
नेपाल सेना ने कहा कि विमान के लापता होने के करीब 20 घंटे बाद विमान के मलबे मिले। हिमालयी राष्ट्र के उत्तर-पश्चिमी भाग में मस्टैंग जिले के थासांग के सानो स्वरे भीर में 14,500 फुट की ऊंचाई पर दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा मिला।
बरतौला ने कहा कि विमान पहाड़ से टकरा कर टुकड़े-टुकड़े हो गया था। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पूरे पहाड़ी पर शव क्षत विक्षत पड़े थे।
मस्टैंग के मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी की मदद से दुर्घटनास्थल का पता लगाया गया, जो यारशगुम्बा (कैटरपिलर कवक) को इकट्ठा करने के लिए क्षेत्र में पहुंचे थे।
रविवार को प्रतिकूल मौसम के कारण खोज एवं बचाव दल दुर्घटनास्थल पर नहीं पहुंच सका। नेपाल सेना ने रविवार शाम कहा कि अंधेरे और प्रतिकूल मौसम के कारण खोज और बचाव के सभी प्रयास रोक दिए गए हैं। आज तड़के हवाई और जमीन दोनों स्तर से तलाश अभियान को फिर से शुरू किया गया।
गौरतलब है कि तारा एयर का विमान रविवार सुबह पोखरा हवाई अड्डे से 19 यात्रियों और चालक दल के तीन सदस्यों को लेकर रवाना हुआ। एयरलाइंस कंपनी के मुताबिक यात्रियों में 13 नेपाली, चार भारतीय और दो जर्मन नागरिक शामिल थे।