काठमांडू । नेपाल के पहले प्रधानमंत्री तुलसी गिरि का मंगलवार को काठमांडू में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे और काफी लंबे अर्से से लिवर कैंसर से पीड़ित थे।
नेपाल के समाचार पत्र काठमांडू पोस्ट के अनुसार तुलसी गिरि ने अपने काठमांडू स्थित आवास पर आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से लिवर के कैंसर से जूझ रहे थे। नेपाल के समाचार पोर्टल नेपाली संसार के मुताबिक गिरि को 15 दिसंबर को मेडिसिटी अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं।
नेपाल के सिराहा जिले में 1926 में जन्मे गिरि ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत नेपाली कांग्रेस से की। वह नेपाली कांग्रेस के सर्वोच्च पद महासचिव तक पहुंच गये। नेपाल नरेश महेंद्र के 1960 में नेपाल दलविहीन पंचायत राजनीतिक प्रणाली लागू करने के बाद से गिरि पंचायत प्रणाली के प्रबल समर्थक बन गये। नेपाल नरेश महेंद्र ने ही उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। गिरि वर्ष 1963-1965 तक मंत्री परिषद के अध्यक्ष और 1975-1977 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे।
नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र विक्रम शाह के शासनकाल में 2005 में भी गिरि मंत्री परिषद के उपाध्यक्ष रहे। गिरि ने वर्ष 1986 में राष्ट्रीय पंचायत के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया और दो वर्षों तक श्रीलंका में रहे। गिरि इसके बाद वर्ष 2005 तक भारत के बेंगलुरु में भी रहे।