अजमेर। राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि देश के लोगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन योजना साबित होगा। यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है।
देश के 10 करोड़ बीपीएल लोग इस योजना से लाभान्वित होंगे। आगामी चरणों में पांच लाख रुपए की चिकित्सा बीमा कवर वाली यह योजना सभी के लिए लागू की जाएगी।
यादव ने शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी के साथ गुरुवार को राजकीय शहरी प्राथमिक चिकित्सालय वैशाली नगर एवं रामनगर का शुभारंभ किया। यह दोनों चिकित्सालय करीब 1.15 करोड़ रुपए की लागत से बने हैं।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सोच है कि रोगी को उसके घर के आसपास ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो। वर्तमान में मनुष्य किडनी, हार्ट एवं अन्य कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होता जा रहा है जिनका उपचार काफी महंगा है। ऐसे में पांच लाख रुपए तक के कवर वाली यह आयुष्मान योजना लोगों के जीवन में अहम साबित होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार लगातार दवाओं के दाम कम करने के लिए प्रयत्नशील है। जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। कई प्रमुख बीमारियों के दाम अब घटकर 25 से 30 फीसदी ही रह गए हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आधारभूत संरचना के विकास पर सरकार का सर्वाधिर जोर है।
हमारा प्रयास है कि हर 20 से 30 हजार की आबादी पर एक चिकित्सालय उपलब्ध हो। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार बी व सी श्रेणी के छोटे शहरों तक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है। आगामी दिनों में इन प्रयासों में और तेजी आएगी।
देवनानी ने कहा कि इन दोनों चिकित्सालयों के भवन निर्माण से शहर के 40 हजार लोगों को उनके घर के आसपास चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। हमारा प्रयास रहेगा कि इन चिकित्सालयों को सभी प्रकार की प्राथमिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित किया जाए। राज्य सरकार लगातार प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में रोगियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए काम कर रही है।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना जैसी अभिनव योजना से बड़ी संख्या में प्रदेश के रोगियों को राहत मिली है। अब उनकी चिकित्सा सरकारी के साथ ही महंगे निजी अस्पतालों में भी हो जाती है।
देवनानी ने कहा कि अजमेर शहर में चिकित्सा सुविधा के विकास के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। करीब 25 करोड़ रुपए खर्च कर चिकित्सालयों की स्थिति को सुधारा गया है। पंचशील में पांच करोड़ की लागत से बनने वाला शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करीब एक लाख लोगों को चिकित्सा उपलब्ध कराएगा।
इसी तरह अन्य स्थानों पर प्राथमिक चिकित्सालयों के माध्यम से उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछले चार सालों में अजमेर जिले के विकास पर 7000 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
कार्यक्रम में महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, अरविंद यादव, पार्षद दीपेंद्र लालवानी, राजकुमार ललवानी, जयकिशन पारवानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।