जालंधर। पंजाब पुलिस ने भगोड़े अमृतपाल सिंह और उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ अवैध हथियार रखने के मामले में एक नई प्राथमिकी दर्ज की है। इससे पहले पुलिस ने 23 फरवरी को अजनाला की घटना में अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
अमृतसर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह ने रविवार को कहा कि अमृतपाल के सात सहयोगियों को आर्म्स एक्ट के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अमृतपाल को पकड़ने के लिए अभियान जारी है, जिसने शनिवार को जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने पर पुलिस को चकमा दे दिया था। उन्होने कहा कि अमृतपाल के काफिले में शामिल उसके सात साथियों को शनिवार शाम जालंधर के मेहतपुर के पास से गिरफ्तार किया गया।
एसएसपी ने कहा कि अजयपाल, गुरवीर सिंह, बलजिंदर सिंह, हरमिंदर सिंह, गुरलाल सिंह, सुवीरित सिंह और अमनदीप सिंह के रूप में पहचाने गए सात आरोपियों के कब्जे से छह अवैध 12 बोर की बंदूकें और 193 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। उन्होने कहा कि हरमिंदर सिंह को एक हथियार और 139 कारतूस के साथ पकड़ा गया है। पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि अमृतपाल ने गुरभेज नाम के एक अन्य व्यक्ति के जरिए ये कारतूस खरीदे थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी जांच के दौरान कोई सीमा पार कनेक्शन सामने आया है, एसएसपी ने कहा कि वह अभी इस पर टिप्पणी नहीं कर पाएंगे क्योंकि जांच चल रही है। अजनाला कांड में प्राथमिकी दर्ज करने में देरी करने पर उन्होंने कहा कि घटना के ‘अगले ही दिन प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और शांतिपूर्ण है। हम जनता से अपील करते हैं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। एसएसपी ने कहा कि कार्रवाई के तहत अमृतपाल के पैतृक गांव स्थित घर की भी तलाशी ली गई। पुलिस ने अमृतपाल सिंह के काफिले में शामिल दो गाड़ियां बरामद की हैं।
पुलिस ने शनिवार को कहा था कि अमृतपाल और उसके समर्थकों को चार आपराधिक मामलों में शामिल होने के लिए एक अभियान शुरू किया गया था, जिसमें वर्गों के बीच वैमनस्य फैलाने, हत्या का प्रयास, पुलिस कर्मियों पर हमला करने और सार्वजनिक कर्तव्यों के वैध निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने के आरोप शामिल थे।
इसी बीच पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी सात लोगों को आज बाबा बकाला में कोर्ट में पेश किया। बाबा बकाला के डीएसपी हरकिशन सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार किए गए साल लोगों को कोर्ट में पेश किया जहां अदालत ने उन्हें 23 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।