रायपुर । छत्तीसगढ़ में दो तिहाई से अधिक बहुमत हासिल कर 15 वर्षों बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की आज शाम यहां होने वाली बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग जायेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ आज फिर एक दौर की दिल्ली में दावेदारों के साथ बैठक हुई,और इसके बाद वहां से सभी रायपुर के लिए विशेष विमान से रवाना हो गए है। गांधी ने दावेदारों से आज भी एक एक कर चर्चा की,और बाद में सभी के साथ बैठक की। सामूहिक बैठक में सभी ने श्री गांधी को विश्वास दिलाया कि उनका जो भी निर्णय होगा,वह सभी को मान्य होगा।
सूत्रों के अनुसार गांधी द्वारा तय नाम को राज्य के लिए नियुक्त पार्टी पर्यवेक्षक श्री मल्लिकार्जुन खड़गे एवं राज्य के प्रभारी पी.एल.पुनिया दावेदारों के साथ शाम पांच बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में होने वाली विधायकों की बैठक में पहुंचेगे और वहां पर दावेदार ही श्री गांधी द्वारा तय नाम का नेता पद के लिए प्रस्ताव रखेंगे,और उसका विधायक अनुमोदन करेंगे।
पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के तुरंत बाद प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालने वाले श्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री के सबसे प्रबल दावेदार है,जबकि कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य ताम्रध्वज साहू को भी इस पद का दावेदार माना जा रहा है।दुर्ग से सांसद श्री साहू ने नामांकन के अऩ्तिम क्षणों में पार्टी अध्यक्ष गांधी के निर्देश पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था।
राज्य के चर्चित सीडी कांड में बघेल को जेल भी जाना पड़ा।इसके बावजूद उन्होने राज्य में पार्टी को मजबूत बनाने का प्रयास किया।श्री बघेल अविभाजित मध्यप्रदेश में दिग्विजय सरकार एवं छत्तीसगढ़ गठन के बाद जोगी सरकार में मंत्री रह चुके है।इस पद के एक और प्रमुख दावेदार नेता प्रतिपक्ष श्री सिंहदेव ने चुनाव प्रचार शुरू होने से पहले तक काफी समन्वय से श्री बघेल के साथ काम किया और संघर्ष में उनके साथ रहे।अन्तिम समय में दोनो के बीच थोड़े खटास की खबरें आती रही है।
इस पद के प्रमुख दावेदार पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.महंत मध्यप्रदेश में लम्बे समय तक मंत्री रह चुके है।उन्हे सौभ्य एवं सभी को साथ लेकर चलने वाला नेता माना जाता है।पद के तीन दावेदार बघेल.श्री साहू एवं श्री महंत अन्य पिछड़ा वर्ग से जबकि एक मात्र दावेदार सिंहदेव सामान्य वर्ग से है।श्री सिंहदेव सरगुजा के पूर्व राजा है।