माता शत्रुः पिता वैरी येन बालो न पाठितः ।
न शोभते सभामध्ये हंसमध्ये बको यथा ॥
अर्थात : जो माता-पिता अपने बच्चों को नहीं पढ़ाते वे शत्रु के सामान हैं| बुद्धिमानों की सभा में अनपढ़ व्यक्ति कभी सम्मान नहीं पाता, वहां वह हंसों के बीच बगुले के समान होता है|
सबगुरु न्यूज-सिरोही। शिक्षा हर युग में लोगों के लिए उजियारे की तरह काम करती है। ये अंधेरे में भी जीवन को रोशनी से भर देती है। इसलिए चित्त में उजियारा और आशा का संचार करने वाले शिक्षा के उद्गम स्थल को तीर्थ कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
सिरोही के युवाओं को दुनिया भर के ज्ञान का भंडार खोलने वाले ऐसे ही तीर्थ के द्वार फरवरी में सिरोही के लोगों के लिए खुल जाएंगे। क्योंकि ज्ञान का ये उद्गम स्थल यानी लाइब्रेरी फरवरी में एक नए कलेवर के साथ सिरोही के सामने आएगी। जहां किताबों से फिजिकल नॉलेज ले सकेंगे तो डिजिटल बुक्स से दुनिया भर की पुस्तकों का ज्ञान संजो सकेंगे।
शिक्षा की महत्ता को समझने का काम किसी शिक्षित जनप्रतिनिधि से बेहतर जातीय विशिष्टता से जीत कर आने वाला जनप्रतिनिधि नहीं कर सकता। अगर संयम लोढ़ा के कामों की ग्रेडिंग की जाए तो उसमें सबसे अव्वल काम जो उन्होंने किया है वो है सारणेश्वर लाइब्रेरी को देश की बेहतरीन लाइब्रेरी के समकक्ष बनाने का। सिरोही के युवाओं और उनके अभिभावकों के लिए इससे बड़ा रिटर्न गिफ्ट शायद ही कोई हो पाये।
विधायक संयम लोढा ने राजकीय सारणेश्वर सार्वजनिक जिला पुस्तकालय सिरोही में निर्माणाधीन वातानुकूलित ई पुस्तकालय व वाचनालय के निर्माण व सुदृढीकरण कार्य का निरीक्षण कर अधिनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। मौके पर उपस्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता रमेश परिहार ने विधायक लोढा को बताया कि फरवरी माह ई लाईब्रेरी बनकर तैयार हो जाएगी एवं विद्यार्थी वातानुकूलित कम्प्यूटरीकृत ई लाइब्रेरी में पढ सकेगे। अभी 60 प्रतिशत से अधिक का कार्य पूर्ण हो चुका है। शेषवकार्य तेजगति से करवाया जा रहा है।
विधायक संयम लोढा ने लाईब्रेरी में पढ रहे छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर बातचीत की एवं पुस्तकालय की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा जिस पर विद्यार्थियों ने बताया कि पुस्तकालय में सुविधायें बेहतर है। वाई फाई की सुविधा एवं कम्प्युटर होने से अच्छे तरीके से अध्ययन कर पाते है। गर्मी में काफी कठिनाईयां होती थी एवं वातानुकूलित लाईब्रेरी की सख्त जरूरत थी।
वातानुकूलित ई लाईब्रेरी बनने से गर्मी के दिनों में काफी राहत मिलेगी। लाईब्रेरियन प्रदीप सिंह राठौड ने विधायक लोढा को बताया कि अभी लाईब्रेरी में 80 से अधिक विद्यार्थी नियमित आ रहे है। वातानुकूलित लाईब्रेरी बनने के बाद विद्यार्थियों की संख्या में बढोतरी होगी। अभी पुस्तकालय में 55 हजार 400 से अधिक किताबे है। वाईफाई की सुविधा के साथ एक माह पूर्व ही
नवीनतम फर्नीचर खरीदा है एवं तीन कम्प्युटर लगाये गये है। साथ ही 35 से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं की मैग्जीन आ रही है जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन में काफी सुविधा मिलती है। इस अवसर पर नगरपालिका आयुक्त अनिल झिंगोनिया, कनिष्ठ अभियंता भरत राजपुरोहित, आरआई सुशील राजपुरोहित, प्रकाश प्रजापति, लाईब्रेरियन प्रदीप सिंह राठौड सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
-1 करोड की लागत से बन रही है ई लाईब्रेरी विधायक संयम लोढा को पीडब्ल्यूडी एईएन रमेश परिहार ने बताया कि सारणेश्वर ई लाईबे्रेरी वाचनालय निर्माण की लागत 60 लाख, ई लाईबेरी में 20 अलमारी, टेबल 15, कम्प्युटर टेबल 20, कप्युटर कुर्सी 20 की लागत 78 हजार 535, ई लाईबेरी में कम्पयुटर 12 लाख 22 हजार 660, एयर कंडीशनर 98 हजार 988, सारणेश्वर ई लाईब्रेरी की मरम्मत व रखरखाव को लेकर 10 लाख रूपये कुल लागत 1 करोड रूपये है। लाईब्रेरी में शीघ्र ही कम्प्युटर, फर्नीचर खरीदने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
-सावित्री बाई फूले वाचनालय की भी जानकारी ली विधायक संयम लोढा मुख्यमंत्री की बजट घोषणा में स्वीकृत सावित्री बाई फूले वाचनालय के बारे में भी जानकारी ली जिस पर सहायक अभियंता रमेश परिहार ने बताया कि सावित्री बाई फूले वाचनालय का निर्माण इसी परिसर में किया जाएगा। निविदा जारी होते ही शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
विधायक संयम लोढा ने कालकाजी तालाब का देखा मौका
विधायक संयम लोढा ने नगरपालिका आयुक्त अनिल झिंगोनिया के साथ कालकाजी तालाब के सौन्द्रर्यकरण को लेकर मौका देखा। आयुक्त झिंगोनिया ने लोढा को बताया कि इसकी डीपीआर प्रक्रियाधीन है एवं शीघ्र ही डीपीआर तैयारकर जनवरी माह में निविदा लगा दी जाएगी एवं 2023 तक कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा। 1 करोड 36 लाख की लागत से कालकाजी तालाब सौन्द्रर्यकरण किया जा रहा है।