क्राइस्टचर्च। न्यूजीलैंड के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की।
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड (एनज़ेडसी) ने बताया कि 36 वर्षीय डी ग्रैंडहोम ने इस सप्ताह बोर्ड के साथ चर्चा के बाद एक प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय करियर को समाप्त करने का फैसला किया।
जिम्बाब्वे मूल के कीवी खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने कई कारणों से यह निर्णय लिया, लेकिन उनकी चोट और तीनों प्रारूपों में स्थानों के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्धा उनमें से एक नहीं थे।
उन्होंने कहा कि मैं स्वीकार करता हूं की मेरी उम्र कम नहीं हो रही, और प्रशिक्षण भी मुश्किल होता जा रहा है, खासकर चोटों के कारण। मेरा एक बढ़ता हुआ परिवार भी है और मैं यह समझने की कोशिश कर रहा हूं कि मेरा भविष्य क्रिकेट के बाद कैसा दिखता है। यह सब पिछले कुछ हफ्तों से मेरे दिम़ाग में है।
डी ग्रैंडहोम ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे 2012 में पदार्पण करने के बाद से ब्लैककैप्स के लिए खेलने का अवसर मिला। मुझे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर पर गर्व है, लेकिन मुझे लगता है की इसे समाप्त करने का सही समय आ गया है। मैंने पिछले एक दशक में इस टीम का हिस्सा बने रहने का आनंद लिया, और साथ बनाई यादों के लिए मैं टीम का शुक्रगुज़ार हूंं।
ग्रैंडहोम टेस्ट क्रिकेट में एक प्रभावशाली रिकॉर्ड के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच को अलविदा कह रहे हैं। उन्होंने 29 मैचों में 38.40 की औसत से 1432 रन बनाए, और वेस्टइंडीज एवं दक्षिण अफ्रीका जैसी दिग्गज टीमों के खिलाफ शतक जड़े। इसके अलावा उन्होंने 32.95 की औसत से 49 विकेट झटके, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू पर लिए गए छह विकेट शामिल हैं।
वह एकदिवसीय प्रारूप में भी कीवी टीम के लिए मूल्यवान साबित हुए। उन्होंने 45 मैचों में 106.15 की स्ट्राइक-रेट से 742 रन बनाए और गेंद के साथ 41.00 की औसत के साथ 30 विकेट लिए। डी ग्रैंडहोम ने अपने करियर के सबसे बेहतरीन समय में न्यूज़ीलैंड को नंबर एक वनडे टीम बनते हुए और विश्व कप 2019 के फाइनल में पहुंचते हुए देखा।
शक्तिशाली ऑलराउंडर ने 41 टी20 मैच खेलते हुए 138.35 के स्ट्राइक-रेट से 505 रन बनाए और 38.41 की औसत (8.61 की इकोनॉमी दर) पर 12 विकेट लिए।