हैमिल्टन। विस्फोटक बल्लेबाज रॉस टेलर की नाबाद 109 रन की आतिशी शतकीय पारी और ओपनर हेनरी निकोल्स (78) तथा कप्तान टॉम लाथम (69) के बेहतरीन अर्धशतकों से न्यूजीलैंड ने भारत को पहले एकदिवसीय मुकाबले में बुधवार को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
न्यूजीलैंड ने टी-20 सीरीज में 0-5 की हार को पीछे छोड़ते हुए वनडे सीरीज में शानदार शुरुआत की और भारत के बड़े स्कोर को पीछे छोड़ डाला। भारत ने श्रेयस अय्यर (103) के शतक और विकेटकीपर लोकेश राहुल (नाबाद 88) और कप्तान विराट कोहली (51) के अर्धशतकों से चार विकेट पर 347 रनों का विशाल स्कोर बनाया लेकिन भारतीय गेंदबाज अपनी दिशाविहीन गेंदबाजी के चलते इस स्कोर का बचाव नहीं कर पाए।
टेलर ने 84 गेंदों पर 10 चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 109 रन की मैच विजयी पारी खेली जिसकी बदौलत न्यूजीलैंड ने 48.1 ओवर में छह विकेट पर 348 रन बनाकर मैच जीत लिया। टेलर को उनकी नाबाद शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
इस हार के लिए भारतीय गेंदबाज खास तौर पर जिम्मेदार रहे जिन्होंने 24 वाइड सहित 29 अतिरिक्त रन दिए। वर्ष 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वांडरर्स मैच के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय गेंदबाजों ने एक वनडे में 20 से ज्यादा वाइड दी हैं।
दुनिया के नंबर एक वनडे गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने 10 ओवर में 13 वाइड सहित कुल 53 रन दिए। मोहम्मद शमी ने सात वाइड, शार्दुल ठाकुर ने दो वाइड, रवींद्र जडेजा ने एक वाइड और कुलदीप यादव ने एक वाइड दी। कुलदीप ने तो 10 ओवर में 84 रन लुटाकर दो विकेट हासिल किए। शमी को 63 रन पर एक विकेट और ठाकुर को 80 रन पर एक विकेट मिला। जडेजा 64 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए।
न्यूजीलैंड ने टी-20 सीरीज में तीसरा और चौथा मैच सुपरओवर में गंवाया था लेकिन यहां बड़े स्कोर का पीछा करते हुए उसने ऐसी कोई नौबत नहीं आने दी। न्यूजीलैंड की जीत के सूत्रधार रहे टेलर जिन्होंने अपने करियर का 21वां शतक बनाया। ओपनर निकोल्स ने 82 गेंदों पर 78 रन में 11 चौके लगाए जबकि नियमित कप्तान केन विलियम्सन की जगह इस मैच में कप्तानी संभाल रहे टॉम लाथम ने 48 गेंदों पर 69 रन में आठ चौके और दो छक्के लगाए।
ओपनर मार्टिन गुप्तिल ने 41 गेंदों पर 32 रन में दो चौके लगाए जबकि मिशेल सेंटनर नौ गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 12 रन बनाकर नाबाद रहे। गुप्तिल और निकोल्स ने पहले विकेट के लिए 85 रन जोड़े। निकोल्स और टेलर ने तीसरे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की।
टेलर ने लाथम के साथ चौथे विकेट के लिए 138 रन जोड़कर टीम को जीत की राह पर डाल दिया। टेलर अपनी टीम को जीत दिलाकर नाबाद पवेलियन लौटे और न्यूजीलैंड ने अपने एकदिवसीय इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत हासिल कर ली। न्यूजीलैंड ने इससे पहले 2007 में हैमिल्टन में ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 347 रन बनाकर जीत हासिल की थी।
विश्वकप उपविजेता न्यूजीलैंड ने पिछले साल इंग्लैंड में हुए विश्वकप के सेमीफाइनल में भारत को पराजित किया था उसके बाद से दोनों टीमों के बीच वनडे में अब जाकर मुकाबला हुआ जिसमें कीवी टीम फिर बाजी मारने में कामयाब रही। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया से पिछली वनडे सीरीज 2-1 से जीती थी लेकिन न्यूजीलैंड ने यहां भारत का विजय रथ थाम लिया।
इससे पहले टाॅस हार कर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की तरफ से श्रेयस ने 107 गेंदों पर एक छक्का और 11 चौकों की मदद से अपना पहला अंतराष्ट्रीय वनडे शतक जड़ते हुए 103 रन बनाये। टी-20 सीरीज में ओपनिंग करने के बाद वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे राहुल ने अपनी लाजवाब फॉर्म को बरक़रार रखते हुए 64 गेंदों की पारी में छह छक्कों और तीन चौकों की मदद से ताबड़तोड़ 88 रन जड़े। विराट ने 63 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 51 रन बनाये। राहुल और श्रेयस के बीच चौथे विकेट के लिए 136 रन की बड़ी साझेदारी की।
राेहित शर्मा और शिखर धवन की अनुपस्थिति में ओपनिंग करने उतरे मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई और दोनों ने पहली विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी की। पृथ्वी हालांकि कुछ ख़ास नहीं कर सकें और 20 रन बना कर कॉलिन डी ग्रैंडहोम का शिकार बने।
पहले विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने आये विराट ने पारी को संभालते हुए टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया लेकिन महज चार रन बाद मयंक टिम साउदी की गेंद पर कैच दे बैठे और पवेलियन लौट गए। मयंक ने 31 गेंदों पर छह चौकों की मदद 32 रन बनाये।
इसके बाद विराट और श्रेयस ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 102 रन की साझेदारी हुई। विराट लेग स्पिनर ईश सोढी का शिकार बने। अंत के ओवरों में बल्लेबाजी करने आये केदार जाधव ने 15 गेंदों की छोटी लेकिन तेज पारी खेलते हुए नाबाद 25 रन बनाये। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया।
न्यूजीलैंड की ओर से टिम साउदी ने 10 ओवर में 85 रन देकर दो विकेट, डी ग्रैंडहोम ने आठ ओवर में 41 रन देकर एक विकेट और ईश सोढी ने चार ओवरों में 27 रन देकर एक विकेट लिया।
इस हार के लिए भारतीय गेंदबाज खास तौर पर जिम्मेदार रहे जिन्होंने 24 वाइड सहित 29 अतिरिक्त रन दिए। वर्ष 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वांडरर्स मैच के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय गेंदबाजों ने एक वनडे में 20 से ज्यादा वाइड दी हैं।
दुनिया के नंबर एक वनडे गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने 10 ओवर में 13 वाइड सहित कुल 53 रन दिए। मोहम्मद शमी ने सात वाइड, शार्दुल ठाकुर ने दो वाइड, रवींद्र जडेजा ने एक वाइड और कुलदीप यादव ने एक वाइड दी। कुलदीप ने तो 10 ओवर में 84 रन लुटाकर दो विकेट हासिल किए। शमी को 63 रन पर एक विकेट और ठाकुर को 80 रन पर एक विकेट मिला। जडेजा 64 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए।
न्यूजीलैंड ने टी-20 सीरीज में तीसरा और चौथा मैच सुपरओवर में गंवाया था लेकिन यहां बड़े स्कोर का पीछा करते हुए उसने ऐसी कोई नौबत नहीं आने दी। न्यूजीलैंड की जीत के सूत्रधार रहे टेलर जिन्होंने अपने करियर का 21वां शतक बनाया। ओपनर निकोल्स ने 82 गेंदों पर 78 रन में 11 चौके लगाए जबकि नियमित कप्तान केन विलियम्सन की जगह इस मैच में कप्तानी संभाल रहे टॉम लाथम ने 48 गेंदों पर 69 रन में आठ चौके और दो छक्के लगाए।
ओपनर मार्टिन गुप्तिल ने 41 गेंदों पर 32 रन में दो चौके लगाए जबकि मिशेल सेंटनर नौ गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 12 रन बनाकर नाबाद रहे। गुप्तिल और निकोल्स ने पहले विकेट के लिए 85 रन जोड़े। निकोल्स और टेलर ने तीसरे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की।
टेलर ने लाथम के साथ चौथे विकेट के लिए 138 रन जोड़कर टीम को जीत की राह पर डाल दिया। टेलर अपनी टीम को जीत दिलाकर नाबाद पवेलियन लौटे और न्यूजीलैंड ने अपने एकदिवसीय इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत हासिल कर ली। न्यूजीलैंड ने इससे पहले 2007 में हैमिल्टन में ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 347 रन बनाकर जीत हासिल की थी।
विश्वकप उपविजेता न्यूजीलैंड ने पिछले साल इंग्लैंड में हुए विश्वकप के सेमीफाइनल में भारत को पराजित किया था उसके बाद से दोनों टीमों के बीच वनडे में अब जाकर मुकाबला हुआ जिसमें कीवी टीम फिर बाजी मारने में कामयाब रही। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया से पिछली वनडे सीरीज 2-1 से जीती थी लेकिन न्यूजीलैंड ने यहां भारत का विजय रथ थाम लिया।
इससे पहले टाॅस हार कर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की तरफ से श्रेयस ने 107 गेंदों पर एक छक्का और 11 चौकों की मदद से अपना पहला अंतराष्ट्रीय वनडे शतक जड़ते हुए 103 रन बनाये। टी-20 सीरीज में ओपनिंग करने के बाद वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे राहुल ने अपनी लाजवाब फॉर्म को बरक़रार रखते हुए 64 गेंदों की पारी में छह छक्कों और तीन चौकों की मदद से ताबड़तोड़ 88 रन जड़े। विराट ने 63 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 51 रन बनाये। राहुल और श्रेयस के बीच चौथे विकेट के लिए 136 रन की बड़ी साझेदारी की।
राेहित शर्मा और शिखर धवन की अनुपस्थिति में ओपनिंग करने उतरे मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई और दोनों ने पहली विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी की। पृथ्वी हालांकि कुछ ख़ास नहीं कर सकें और 20 रन बना कर कॉलिन डी ग्रैंडहोम का शिकार बने।
पहले विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने आये विराट ने पारी को संभालते हुए टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया लेकिन महज चार रन बाद मयंक टिम साउदी की गेंद पर कैच दे बैठे और पवेलियन लौट गए। मयंक ने 31 गेंदों पर छह चौकों की मदद 32 रन बनाये।
इसके बाद विराट और श्रेयस ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 102 रन की साझेदारी हुई। विराट लेग स्पिनर ईश सोढी का शिकार बने। अंत के ओवरों में बल्लेबाजी करने आये केदार जाधव ने 15 गेंदों की छोटी लेकिन तेज पारी खेलते हुए नाबाद 25 रन बनाये। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया।
न्यूजीलैंड की ओर से टिम साउदी ने 10 ओवर में 85 रन देकर दो विकेट, डी ग्रैंडहोम ने आठ ओवर में 41 रन देकर एक विकेट और ईश सोढी ने चार ओवरों में 27 रन देकर एक विकेट लिया।