बरेली। उत्तर प्रदेश में बरेली के सिटी श्मशान भूमि पर नवजात बच्ची को जिंदा दफनाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रिपोर्ट अज्ञात के खिलाफ हुई है।
एसएसपी शैलेष पांडेय ने मंगलवार को बताया कि बच्ची के अभिभावक को सबक सिखाने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने दिया था। सोमवार देर रात सुभाषनगर थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कौन-कौन श्मशान में आया था, इसकी जानकारी पुलिस जुटा रही है।
गुरुवार को सीबीगंज की सिटी श्मशान भूमि में जमीन में जिंदा दफन की गई बच्ची तो बाहर निकाल ली गई मगर अब उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। शरीर में संक्रमण है, प्लेटलेट्स काफी कम हो गई हैं। निजी अस्पताल में उसके जिंदगी बचाने की कोशिश हो रही है।
एनबीसीसी के चीफ डॉ. रवि खन्ना ने बताया कि बच्ची प्री मेच्योर होने के कारण बेहद कमजोर है। खून में इंफेक्शन है। उसके प्लेटलेट्स गिरकर 14 हजार पहुंच गए। तब प्लेटलेट्स चढ़वाए गए। उसे वार्मर में ऑक्सीजन लगाकर रखा गया है। ट्यूब से थोड़ा-थोड़ा दूध दिया जा रहा है।
प्लेटलेट्स कम होना खतरनाक है। यदि प्लेटलेट्स लगातार कम हुए तो उसे रक्तस्राव होने की आशंका बढ़ जाएगी जोकि बेहद गंभीर हो सकता है। फिलहाल उसका संक्रमण कम करने के लिए दवाएं दी जा रही हैं।
वहीं, लावारिस मिली इस बच्ची का संज्ञान चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने भी लिया है। हालत ठीक होने के बाद सुपुर्दगी में लेकर वार्न बेबी फोल्ड में रखेंगे। दो महीने की होने के बाद यदि कोई उसे गोद लेने की इच्छा व्यक्त करता है तो प्रक्रिया शुरू करा देंगे।