सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही नगर परिषद के भाजपा बोर्ड और नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा सिरोही की ऐतिहासिक विरासत बावडियों को विकृत करने पर रोक लगेगी। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के जिले के प्रभारी अधिकारी जिला कलक्टर संदेश नायक ने कहा जिला मुख्यालय की बावडियों का जीर्णोद्धार हेरीटेज स्टाइल में ही करवाया जाएगा।
मंगलवार को बावडियों का सीमेंटिंग का काम रुकवा दिया है। उन्होंने कहा कि सभी बावडियों को हेरीटेज स्टाइल में ही जीर्णोद्धार किया जाएगा। जिस बावडी की सीमेंटिंग की है उसका भी पुराना लुक लौटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह बुधवार को इस बावडी का निरीक्षण करेंगे।
कलक्टर ने सबगुरु न्यूज को बताया कि सिरोही की बावडियां ऐतिहासिक हैं। इन्हें हेरीटेज स्टाइल में ही जीर्णोद्धार किया जाना था। काम के अत्यधिक दबाव के कारण यहां से सीमेंटिंग पलास्टर के प्रस्ताव को वहां विभाग मुख्यालय से अनभिज्ञता या जल्दबाजी में अनुमति मिल गई होगी।
अन्यथा इतनी ऐतिहासिक बावडियों को तो हेरीटेज स्टाइल में ही जीणोद्धार किया जाता है, जिसमें चूने और अन्य सामग्री मिलाकर पलास्टर मटेरियल तैयार किया जाता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने जयपुर में बावडियों और एक राजप्रासाद पर भी इसी तरह से काम करवाया है। उन्होंने बताया कि इंटेक के सिरोही चेप्टर के संयोजक आशुतोष पटनी भी मंगलवार को उनसे मिले थे। उन्होंने इन बावडियों कें संबंध में विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा कि यदि तय समय सीमा में हेरीटेज लुक पर काम नहीं हो सका तो मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की मंशानुसार इसकी सफाई और पानी को उपयोग में लिए जाने के लिए अन्य कार्यों को करवाया जाएगा, लेकिन इस धरोहर को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
-कलक्टर के आदेश की भी अवमानना
जिला कलक्टर के अनुसार उन्होंने 11 बजे ही नगर परिषद को यह काम रोकने को कहा था, लेकिन कलक्टर के आदेश की अवमानना की स्थिति यह थी कि बावडी पर अपराह तीन बजे तक सीमेंट की पलास्टरिंग होती रही और दोनों तरफ के पत्थरों को पूरी तरह से ढक दिया गया था।
अब बात तो तब बने जब 11 बजे बाद भी काम को करते रहने वाले नगर परिषद के अधिकारी या फिर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि निजी लाभ के लिए इतिहास और धरोहरों से खिलवाड करके राज्य की धरोहरों को नुकसान नहीं पहुंचा पाएं।
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