श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवाद वित्त पोषण मामले में अलगाववादी नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई जारी रखते हुए जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक और हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक के घरों पर मंगलवार को छापेमारी की।
एनआईए ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के बीच मलिक के यहां मैसुमा स्थित आवास पर छापेमारी की। मलिक को 22-23 फरवरी की मध्य रात्रि में ही गिरफ्तार किया गया था।
एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय ने आतंकवादी वित्त पोषण के मामले में कश्मीर घाटी, जम्मू, हरियाणा और दिल्ली में छापेमारी कर 24 से अधिक अलगाववादी नेताओं तथा व्यावसायियों को गिरफ्तार किया है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सुबह सात बजे मलिक के मैसुमा स्थित आवास के आस-पास के इलाकों की केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों ने घेराबंदी कर दी। बाद में एनआईए की टीम ने मलिक के घर में प्रवेश कर तलाशी शुरू की।
संगठन के प्रवक्ता मलिक के घर पर छापेमारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पूरे इलाके को सील कर दिया गया है तथा किसी को भी वहां जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि गिरफ़्तारी के बाद से मलिक को कोठिबाग थाना में रखा गया है।
एनआईए ने इसके अलावा उमर फारूक के यहां हजरतबल इलाके के निगीन स्थित आवास पर छापेमारी की। रिपोर्ट लिखे जाने तक दोनों अलगववादी नेताओं के घरों पर छापेमारी की कार्रवाई जारी थी। छापेमारी का पूरा ब्यौरा बाद में मिलेगा।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 44 जवानों के शहीद होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अलगाववादी नेताओं को दी जा रही सुरक्षा और अन्य सुविधाओं की समीक्षा के बाद निर्देश जारी किए थे। इस निर्देश पर राज्य सरकार ने कदम उठाते हुए हाल ही में मीरवाइज समेत कई अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली थी।
एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय ने आतंकवादियों को वित्त पोषण करने के मामले में अब तक 24 से अधिक अलगाववादी नेताओं और व्यावसायियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के प्रमुख शब्बीर अहमद शाह, एचसी के दोनों धड़ों के प्रवक्ता अय्याज अकबर और वकील शाहीदुल इस्लाम, नईम खान, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के पुत्र तथा एचसी के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के पुत्र और दामाद शामिल हैं।
इस बीच पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा बलों ने घाटी के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर एचसी, जमात-ए-इस्लामी और जमीयत-उल-अहलहदीस से जुड़े 200 लोगों को गिरफ्तार किया है।