कोलम्बो। दिनेश कार्तिक के आखिरी गेंद पर जमाए छक्के के कमाल से भारत ने बांग्लादेश को सांसों को रोक देने वाले रोमांचक मुकाबले में रविवार को चार विकेट से हराकर त्रिकोणीय ट्वंटी 20 सीरीज निदहास ट्रॉफी का खिताब जीत लिया।
भारत ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (18 रन पर तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी से बांग्लादेश को आठ विकेट पर 166 रन पर रोका था। भारत एक समय बुरी तरह फंस गया था लेकिन कार्तिक ने 19वें ओवर में उतरने के बाद कमाल की पारी खेली और भारत को चैंपियन बना दिया। कार्तिक ने मात्र आठ गेंदों में दो चौके और तीन छक्के उड़ाते हुए भारतीय समर्थकों को जश्न मनाने का मौका दे दिया। भारत को आखिरी गेंद पर जीत के लिए पांच रन चाहिए थे और कार्तिक ने विजयी छक्का ठोक दिया।
भारत ने 20 ओवर में छह विकेट पर 168 रन बनाकर पांच साल के लम्बे अंतराल के बाद किसी सीमित फॉर्मेट में त्रिकोणीय सीरीज का खिताब जीता। कार्तिक ने ऐसे समय मैच विजयी पारी खेली जब भारत के लिए अचानक सब कुछ ख़त्म नजर आ रहा था। 18वें ओवर में विजय शंकर ने चार डॉट गेंदे खेली थीं और आखिरी गेंद पर मनीष पांडेय आउट हो गए।
भारत का 18 ओवर के बाद 133 का स्कोर था और जीत बहुत दूर नजर आ रही थी लेकिन 19वें ओवर में कार्तिक भारत की उम्मीदों के लिए एक अवतार बनकर उतरे और उन्होंने मैच का पास पलट डाला। कार्तिक ने रुबेल हुसैन की पहली गेंद पर छक्का, दूसरी गेंद पर चौका, चौथी गेंद पर छक्का और छठी गेंद पर चौका उड़ा कर 22 रन बटोरे।
आखिरी ओवर में भारत को 12 रन चाहिए थे। इस ओवर में शंकर ने हालांकि एक चौका लगाया लेकिन आखिरी गेंद पर पांच रन की स्थिति फंस गयी। कार्तिक ने आखिरी गेंद पर सौम्य सरकार को बड़े ही ठन्डे दिमाग से छक्के के लिए उड़ा दिया। यह छक्का लगना था कि बांग्लादेश के खिलाड़ी और समर्थक शोक में डूब गए। भारत ने टूर्नामेंट में बांग्लादेश को तीसरी बार और ट्वंटी 20 में लगातार आठवीं बार हराया।
कप्तान रोहित शर्मा ने 42 गेंदों में चार चौकों और तीन छक्के की मदद से 56 और लोकेश राहुल ने 14 गेंदों पर 24 तथा मनीष पांडेय ने 27 गेंदों पर 28 रन बनाये। शंकर के खाते में 19 गेंदों पर नाबाद 17 रन रहे। कार्तिक मैन ऑफ द मैच रहे। टूर्नामेंट में आठ विकेट लेने वाले भारतीय ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुन्दर को मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला।
इससे पहले बांग्लादेश के लिए शब्बीर रहमान ने एकतरफा संघर्ष करते हुए 50गेंदों पर सात चौकों और चार छक्कों की मदद से 77 रन की शानदार पारी खेली और बांग्लादेश को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों पर विकेट के पीछे कई लाजवाब शॉट खेले।
टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे बांग्लादेश को लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट लेकर झकझोर दिया। बांग्लादेश ने हालांकि अच्छी शुरुआत की और पहले विकेट के लिए 27 रन जोड़े लेकिन ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुन्दर ने ओपनर लिटन दास को सुरेश रैना के हाथों कैच कराकर बांग्लादेश को पहला झटका दिया। लिटन नौ गेंदों में 11 रन ही बना सके। सुन्दर का टूर्नामेंट में यह आठवां विकेट था।
चहल ने इसके बाद बांग्लादेश को एक के बाद एक तीन झटके दिए। चहल ने तमीम इकबाल को शार्दुल ठाकुर के हाथों कैच कराया, सौम्य सरकार को शिखर धवन के हाथों कैच कराया और फिर मुशफिकुर रहीम को विजय शंकर के हाथों लपकवा कर बांग्लादेश का स्कोर 11वें ओवर तक चार विकेट पर 68 रन कर दिया। तमीम 15, सौम्य एक और मुशफिकुर नौ रन ही बना सके।
शब्बीर रहमान ने गिरते विकेटों के बीच एक छोर संभाले रखा और भारतीय गेंदबाजों पर दर्शनीय शॉट लगाए। उन्होंने पिछले मैच के हीरो महमूदुल्लाह के साथ पांचवें विकेट के लिए 36 रन की साझेदारी की। महमूदुल्लाह 16 गेंदों में दो चौकों की मदद से 21 रन बनाने के बाद रन आउट हो गए लेकिन शब्बीर ने रन बनाने का सिलसिला जारी रखा और ट्वंटी 20 का अपना चौथा अर्धशतक पूरा कर लिया।
शब्बीर का साथ देने मैदान में उतरे कप्तान शाकिब अल हसन सात रन बनाकर रन आउट हो गए। शब्बीर और शाकिब ने छठे विकेट के लिए 29 रन जोड़े। बांग्लादेश का छठा विकेट 133 के स्कोर पर गिरा। भारत के लिए खतरनाक साबित हो रहे शब्बीर को आखिर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 19 वें ओवर की दूसरी गेंद पर बोल्ड कर दिया। उनादकट ने फिर अगली ही गेंद पर रुबेल हुसैन को भी बोल्ड कर दिया।
मेहंदी हसन ने आखिरी ओवर में शार्दुल ठाकुर की गेंदों पर लगातार चौका और छक्का मार कर बंगलादेश को 150 के पार पहुंचा दिया। हसन ने चौथी गेंद पर फिर चौका लगाया और अगली गेंद पर दो रन लिए। आखिरी गेंद पर भी दो रन बने और इस ओवर में कुल 18 रन पड़े जिससे बांग्लादेश का स्कोर 166 रन पहुंच गया।
हसन सात गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 19 रन बनाकर पवेलियन लौटे। भारत की तरफ से चहल ने 18 रन पर तीन विकेट, उनादकट ने 33 रन पर दो विकेट और सुन्दर ने 20 रन पर एक विकेट लिया।