काठमांडू। नेपाल में माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई अभियान में हिस्सा लेने गए पर्वतारोही दल के नौ लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इनमें दक्षिण कोरिया के पांच पर्वतारोही और उनके चार नेपाली गाइड शामिल हैं।
इन सभी के शव माउंट गुुरजा (7193) मीटर की ऊंचाई पर आधार शिविर के अासपास बिखरे पड़े पाए गए। शुक्रवार रात को आए भीषण बर्फीले तूफान में आकर इनकी मौत हो गई थी और इनमें अधिकतर की हड्डियां टूटी हैं तथा सिर पर घाव के निशान हैं।
नेपाल में पिछले दो वर्षो में यह सबसे भीषण दुुर्घटना है। इनकी तलाश एक खोजी दल ने हेलीकाप्टर के जरिए की है। बचाव दल के सदस्य सुराज पाडुयााल ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पहाड़ पर अधिक ऊंचाई से बर्फ गिरने अौर तेज हवाओं के कारण ये लोग अपने शिविर से दूर गिर गए हाेंगे। मयागदी जिला अधिकारी लीलाधर अधिकारी ने बताया कि उस तूूफान की चपेट में आकर शिविर पूरी तरह नष्ट हो गया है।
इनके शवाें को पोखारा हवाई अड्डे लाया गया जहां से काठमांडू टीयू ले जाया गया। नेपाली गाइडों के परिजनों ने उनके शव ले लिए हैं और पांचों दक्षिण कोरियाई पर्वतारोहियों के शव राजधानी सोल बुधवार तक पहुंचने की उम्मीद है। इनमें अनुभवी पर्वतारोही और दक्षिण कोरिया के किम छांग हो भी शामिल है जो विश्व की 14 ऊंंची चोटियों पर बिना आक्सीजन के चढ़े हैं।
हिमालयन डाटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक 1996 से अब तक कोई भी पर्वतारोही माउंट गुरजा की चोटी पर नहीं चढ़ सका है और अब तक मात्र 30 लोगों ने इस पर चढ़ने में सफलता हासिल की है जबकि विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर आठ हजार से अधिक लोगों ने चढ़ाई करने का गौरव हासिल किया है।