अयोध्या । उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डा. निर्मल खत्री ने अयोध्या में राममंदिर मसले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देेश की जनता को छला है।
खत्री ने गुरूवार को कहा कि मंदिर-मस्जिद विवाद पर प्रधानमंत्री का बयान स्वागत योग्य नहीं है। सच तो यह है कि पिछले पांच वर्षों में देश की जनता को मंदिर-मस्जिद के नाम से छला गया है। समय-समय पर अयोध्या में भाजपा के सहयोगी संगठनों द्वारा मंदिर-मस्जिद के नाम पर कार्यक्रम करके देेश में तनाव पैदा करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से कह रही है कि मंदिर-मस्जिद का विवाद अदालत में है। जो फैसला अदालत करेगी उसे मान्य होगा। भाजपा राजनीतिक रोटी सेंक करके सत्ता में तो आ गयी लेकिन जनता को यह नहीं बताया कि अदालत के फैसले के बाद ही कोई कार्यवाही केन्द्र सरकार कर सकती है।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करीब साढ़े चार साल में नोटबंदी, जीएसटी जैसे तमाम ऐसे कार्य किये हैं जिससे देश की जनता परेशान ही नजर आयी है। अब जब चुनाव आ गया तो उनको राम मंदिर की याद आ गयी। उन्होंने कहा कि भाजपा के सहयोगी संगठन धर्मसभा, धर्मसंसद करके देश में तनाव बढ़ाती हैं। यहां तक कि अदालत पर भी सवाल उठाती हैं जबकि न्यायालय में मंदिर-मस्जिद का विवाद विचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग कहते हैं कि कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल उच्चतम न्यायालय में जा करके मंदिर-मस्जिद विवाद को लटकाने पर तुले रहते हैं जबकि कपिल सिब्बल वरिष्ठ अधिवक्ता भी हैं और उनका पेशा भी यही है तो ऐसे में यह कहना कि काँग्रेस पार्टी यह सब कर रही है यह सब निराधार है। काँग्रेस कोई मंदिर-मस्जिद का पक्षकार भी नहीं है जो जिसका पेशा है वह तो वो करेगा ही। मंदिर-मस्जिद विवाद का समाधान काँग्रेस के पास होने के सवाल पर खत्री कन्नी काट गये।