बेंगलुरु । रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एयरो इंडिया शो-2019 के दौरान वैश्विक रक्षा कंपनियों से स्पष्ट रूप से कहा कि भारत में रक्षा उपकरणों के निर्माण में निवेश करने से उनके लिए अपने व्यवसाय को दुनिया भर में फैलाने के अपार अवसर होंगे।
सीतारमण ने एशिया के सबसे बड़े एयर शो कार्यक्रम के उद्घाटन भाषण के दौरान कहा, “ नरेंद्र मोदी सरकार रक्षा उपकरण कंपनियों की ओर से किये जाने वाले निवेश का पुरजोर स्वागत करती है और उन्हें हर तरह की सहूलियतें देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में ‘मेक इन इंडिया’ नीति के तहत केवल रक्षा क्षेत्र में देश ने 1.27 लाख करोड़ रुपये के 200 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गये हैं।
उन्हाेंने कहा, “ अब हम रक्षा खरीद के लिए 164 अनुरोध प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करेंगे जो अगले एक साल में क्रियान्वित होंगे जिसके तहत 2. 80 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। अत: वैश्विक कंपनियों के लिए सरकारी, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की भारतीय कंपनियों के साथ गठजोड़ करने के बड़े अवसर हैं।”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का जोर व्यापार में सहूलियतें प्रदान करना है और देश के विकास में गति लाने के लिए इसके प्रावधानों, सुविधाओं और नीति काे बेहतर बनना है। भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में 100 प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति से देश को बड़ी कामयाबी मिली है और देश रक्षा उत्पादन के अग्रणी राष्ट्रों की ओर अग्रसर हो गया है।
उन्होंने कहा कि एयरो इंडिया शो बेंगलुरु के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन भी है। मेक इन इंडिया के तहत एयरोस्पेस क्षेत्र के इस हिस्से में रक्षा संबंधी निर्माण को काफी बढ़ावा मिला है। रक्षा मंत्री ने कहा, “इस द्विवार्षिक कार्यक्रम में 600 भारतीय और 200 विदेशी कंपनियां शामिल हो रही हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय भी इसमें शिरकत कर रहा है।”
इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में देश में काफी प्रगति देखी जा रही है और यह महीने दर महीने के आधार पर 20 प्रतिशत की दर से प्रगति कर रहा है। भारतीय विमानन बाजार तेजी से उभर रहा है। हमने बड़े पैमाने पर नये हवाई अड्डों को जोड़ा है और देश में अब 103 हवाई अड्डे हैं। अगले 10 से 15 वर्षों में 65 अरब अमेरिकी डाॅलर की लागत से 100 से अधिक हवाई अड्डे बनेंगे।
उन्होंने कहा कि ‘उड़ान’ ने कम लागत वाली हवाई सेवा उपलब्ध करवाकर बड़ा बदलाव लाया है और समाज के कमजोर तबके भी अब सस्ती कीमत पर विभिन्न दूरदराज के गंतव्यों के लिए उड़ान भरने में सक्षम हैं। उड़ान ने पहले ही 235 गंतव्यों को जोड़ा है। सस्ती हवाई सेवा हमारा उद्देश्य है।
प्रभु ने कहा कि विमान बनाने वाली बड़ी कंपनी बोइंग ने भविष्यवाणी की है कि भारत को अपने तेजी से बढ़ते नागरिक उड्डयन क्षेत्र को पूरा करने के लिए 2300 नये नागरिक विमानों की आवश्यकता होगी और इससे महत्वपूर्ण हो गया है कि भारत अपने दम पर और अधिक विमान तैयार करे। इस रणनीति पर काम किया जा रहा है।