बलुरघाट। रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि बंगाल की रैलियों में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी से साफ है कि लोग ममता दीदी काे हटाकर भाजपा को सत्ता में लाना चाहते हैं।
सिंह ने राज्य में पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘परिवर्तन’ के लिए उत्साह देखकर खुश हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में राजनीतिक हिंसा को समाप्त करने और बंगाल के सर्वांगीण विकास के लिए के लिए पूरीतरह प्रतिबद्ध है।
मंत्री ने कहा कि हम सरकार को जाति और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि न्याय और मानवता के आधार पर चलाएंगे। हमारे सिद्धांत के तहत सभी के लिए न्याय और किसी का भी तुष्टिकरण नहीं होगा।
सिंह ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने राजनीति को ऊपर रखा है और यही वजह है कि वे केंद्र की योजनाओं को राज्य में लागू करने की अनुमति नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी कह रही हैं, खेला होबे, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि होबे, निश्चय होब, अब तो बंगाल में बड़ो खेला होबे, विकास का खेला होबे, शांति का खेला होबे। लेकिन ममता दीदी बंगाल में दादागिरी चल्बे ना।
सिंह ने लोगों से जुड़ने के लिए बंगाली में बात की और कहा कि बंगाल में किसी को भी ‘दादागिरी (गुंडागर्दी)’ की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि ममता बनर्जी ने राज्य में जन धन खाता खोलने की अनुमति दी है या नहीं लेकिन मजबूत पीएम नरेंद्र मोदी यह सुनिश्चित करते हैं कि अगर लोगों को योजना के तहत 100 पैसे देने का वादा किया जाता है, फिर उक्त राशि उन तक पहुंचती ही है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा और तृणमूल के बीच इस बार कांटे की टक्कर होने की संभावना है। केंद्र के कई वरिष्ठ मंत्रियों ने हाल ही में राज्य का दौरा किया, विशेष रूप से चल रही परिवर्तन यात्रा में भाग लेने के लिए।
केंद्रीय मंत्री जैसे मनसुख मंडाविया, गजेंद्र शेखावत और प्रह्लाद पटेल को पार्टी की ओर से राज्य में चुनावी जिम्मेदारियां दी गई हैं जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा भी नियमित अंतराल पर राज्य के दौरे पर रहते हैं।