नयी दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि राजधानी दिल्ली को जाम और प्रदूषण से मुक्ति दिलाना उनका लक्ष्य है और इसके लिए करीब 50 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
गडकरी ने शनिवार को यहां दिल्ली-सहारनपुर छह लेन एक्सेस कण्ट्रोल राजमार्ग के पहले और दूसरे चरण का शिलान्यास करते हुए कहा कि दिल्ली को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए उन्होंने ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया है जिससे दिल्ली होकर दूसरे राज्यों को जाने वाले वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की जरूरत नहीं होगी। इन दोनों पेरिफेरियल एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली के चारों तरफ किया गया है और इनके निर्माण से दिल्ली में वाणिज्यिक वाहनों के कारण पैदा होने वाले प्रदूषण में 27 प्रतिशत की कमी आई है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को जाम की समस्या से मुक्ति मिले और लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सके इसके लिए 90 किलोमीटर लम्बे दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है और यह मार्ग इस साल अप्रैल तक बनकर तैयार हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके अलावा दस हजार करोड़ रुपए की लागत वाले द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली तथा इसके आसपास कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम चल रहा है जिनके पूरा होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यातायात सरल हो जाएगा। गडकरी ने आज जिस छह लेन एक्सेस कंट्रोल राजमार्ग की आधारशिला रखी वह दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से ईस्टर्न पेरिफेरियल एक्सप्रेस-वे जक्शन बागपत को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 709बी दिल्ली से सहारनपुर बाईपास का हिस्सा होगा।
यह एक्सप्रेस-वे 31.3 किलोमीटर लम्बा होगा और इसके निर्माण पर 2820 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण दो चरणों में होगा, जिसमें पहले चरण में 14.75 किलोमीटर सड़क का निर्माण अक्षरधाम से दिल्ली-उत्तर प्रदेश बार्डर तक किया जायेगा और शेष कार्य दूसरे चरण में होगा। एक्सप्रेसवे 19 किलोमीटर एलिवेटेड होगा। परियोजना के तहत तहत तीन लेने आने और तीन लेन की सड़क जाने के लिए बनायी जानी है। इसमें आठ नये अंडरपास, 15 बड़े तथा 34 छोटे जंक्शन होंगे।