नयी दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष ने राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की ‘साहस’ के लिए उनकी सराहना की जिसके बाद गडकरी ने गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे आपके (श्री गांधी के) प्रमाणपत्र की जरुरत नहीं है।
गडकरी एवं भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट किया, “राहुल गांधी जी मुझे अपनी ताकत और साहस के लिए आपके प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। मुझे हालांकि यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष होने के बाद भी आपको हमारी सरकार पर हमला करने के लिए मीडिया में तोड़ मरोड़कर खबर का सहारा लेना पड़ रहा है।”
भाजपा के पूर्व प्रमुख और आरएसएस के नेतृत्व के करीबी माने जाने वाले गडकरी ने गांधी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस पार्टी पर किसान हितों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों को कांग्रेस की नीति से बाहर निकालने में उनकी मदद करने के लिए ईमानदार से प्रयास कर रहे हैं। आप और कुछ अन्य लोगों को मोदी के भारत के प्रधानमंत्री होने की बात हजम नहीं हो रही हैं और इसलिए आप सभी का सपना है कि संवैधानिक संस्थानों पर हमला किया जाये।”
गांधी ने ट्विटर पर केन्द्रीय मंत्री की टिप्पणी पर एक मीडिया रिपोर्ट में उन्हें टैग किया था और उनके ‘साहस’ की प्रशंसा की थी और वह तीन विषयों की एक सूची के साथ सामने आये और वह चाहते थे कि गडकरी इस पर कुछ बोलें और निश्चित रूप से राफेल सौदा उन तीनों विषयों में से एक था।
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी हाल ही में गडकरी की उनकी इस टिप्पणी के लिए सराहना की थी कि “जो नेता वादों को पूरा करने में विफल होते हैं, उनको जनता द्वारा ‘पीटा’ जाता है।” दिसंबर में गडकरी ने पुणे में एक कार्यक्रम में कहा था कि नेतृत्व में हार और असफलताओं का रूझान होनी चाहिए।
राफेल मामले पर गांधी के दावों को खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मैं आपको ‘डंके की चोट’ के साथ बता सकता हूं कि राफेल पर हमारी सरकार ने पारदर्शी तरीके से काम किया है।” गडकरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी फिर से सत्ता में आयेंगे और यह भी कहा कि “मुझे उम्मीद है कि आप (राहुल गांधी) अपने आचरण में परिपक्वता लायेंगे।” गडकरी ने ट्वीट किया, “हमारा डीएनए में अंतर है तभी हम लोकतांत्रिक संस्थानों में विश्वास करते हैं।”