नयी दिल्ली । बिहार के भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने जनता दल (यू) नेता उदय नारायण चौघरी के पार्टी छोड़ने को ‘अवसरवादी राजनीति ’ करार देते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलितों के सबसे बड़े नेता हैं।
हजारी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार ने चौधरी को दस साल तक विधानसभा अध्यक्ष जैसे प्रतिष्ठित पद पर बनाये रखा। उन्होंने कहा कि चौधरी ने कुमार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है जो पूरी तरह से गलत है और यह उनकी अवसरवादी राजनीति का सूचक है।
उन्होंने कहा कि चौधरी जब तक विधानसभा अध्यक्ष रहे तब तक उन्हें दलितों की याद नहीं आयी और 2015 के विधानसभा चुनाव में जब जनता ने उन्हें नकार दिया तो उनका दलित प्रेम जाग उठा है। उन्होंने कहा कि कुमार ने ग्राम पंचायत से जिला परिषद के चुनाव में दलित समाज के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल किया है।
जद (यू) नेता ने कहा कि आरक्षण की इस व्यवस्था से बड़ी संख्या में दलित महिलाएं और पुरुष मुखिया से लेकर जिला परिषद अध्यक्ष तक निर्वाचित हुये हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चौधरी दलितो का मुद्दा उठाकर ढोंग कर रहे हैं और सभी राजनीतिक दल इस राजनीति को समझ रहे हैं । इस तरह की राजनीति करने वाले लोगों काे किसी पार्टी में प्रोत्साहन नहीं दिया जाना चाहिये।