नई दिल्ली। भारत सरकार ने तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को लेकर अपना रूख साफ करते हुए कहा कि सरकार की स्थित बिल्कुल साफ है और पुरानी है तथा इसमें किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।
मीडिया में आ रही खबरों पर गृह मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि दलाई लामा को लेकर भारत की स्थिति बिल्कुल साफ और पहले जैसी है। भारत में दलाई लामा को अपनी धार्मिक गतिविधियों को पूरा करने की पूरी आजादी है।
गौरतलब है कि मीडिया में ऐसी खबरे आई थी कि विदेश सचिव विजय गोखले ने कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा को एक नोट भेजा था। इस नोट में सिन्हा ने वरिष्ठ नेताओं और सरकारी कर्मचारियों को दलाई लामा के कार्यक्रम का हिस्सा ना बनने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा था कि आध्यात्मिक गुरु के कार्यक्रम में अगर भारतीय नेतागण और कर्मचारी शामिल होते हैं तो इसका प्रतिकूल प्रभाव इस भारत-चीन वार्ता पर पड़ सकता है ऐसे में अगर थोड़ी सतर्कता बरती जाए तो अच्छा होगा।
चीन तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु को अलगाववादी बताता आया है। लाई लामा समय-समय पर चीन की सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं।