श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के शोपियां से रविवार की शाम अपहृत प्रादेशिक सेना (टीए) के राइफलमैन शाकिर मंजूर की तलाश कर रहे सुरक्षा एजेंसियों के हाथों उसके बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है।
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने शाकिर का उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने वाहन से कहीं जा रहे थे। बाद में कुलगाम में उनका वाहन जली हुई अवस्था में बरामद किया गया। शाकिर के परिवार की ओर से आतंकवादियों से उन्हें मुक्त करने की अपील का भी कोई असर नहीं दिखाई दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि हरमाइन शोपियां के निवासी 162 टीए के राइफलमैन शाकिर का पता लगाने के लिए सुरक्षा बलों और पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियों ने व्यापक तलाश अभियान शुरू किया है।
अपने परिवार के साथ ईद (बकरीद) मनाने आए शाकिर के बारे में अब तक किसी भी एजेंसी को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। सूत्रों ने कहा कि लापता जवान की तलाश को लेकर हमारा अभियान जारी है और हम विभिन्न दिशाओं में भी काम कर रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि कुलगाम में अपहृत जवान का वाहन जली अवस्था में पाए जाने के बाद इस बात का पुख्ता अंदेशा है कि उसका अपहरण आतंकवादियों ने ही किया है। उन्होंने बताया कि जवान का पता लगाने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि शाकिर रविवार शाम को अपनी कार से घर से बाहर निकला था। जब वह अपने घर वापस नहीं लौटा तो उसके परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। तभी से विभिन्न सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियां उसकी तलाश में जुट गई हैं।
जवान की जली हुई कार कुलगाम के रामभमा में मिली। इस बीच अपहृत जवान के परिवार के सदस्यों ने अपहर्ताओं से मानवीय आधार पर उसे मुक्त करने की अपील की है।
दक्षिण कश्मीर में छुट्टी बिताने या कोई पर्व मनाने आए किसी जवान के आतंकवादियों की ओर से अपहरण किए जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले ऐसे ही मामलों मेंं अपहृत कुछ जवानों को हालांकि मुक्त भी कर दिया गया लेकिन कुछ की हत्या भी कर दी गई है।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां में ही मई 2017 को सेना के अधिकारी उमर फैयाज का भी इसी प्रकार से आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया और बाद में उनकी हत्या कर दी थी। सेना के अधिकारियों ने कश्मीर के सभी जवानों को छुट्टी बिताने के लिए घर जाते समय अतिरिक्त एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।