अलवर। राजस्थान में अलवर के सरिस्का बाघ अभ्यारण से गायब बाघिन एसटी पांच का करीब 26 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया हैं।
बाघिन को तलाशने के लिए सरिस्का के करीब सौ से अधिक कर्मचारी लगे हुए हैं। बाघिन की लोकेशन नहीं मिलने से विभाग के बड़े अधिकारी भी चिंतित हैं। मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक वी वी रेड्डी भी सोमवार को सरिस्का आए और सरिस्का के अधिकारियों से इस मामले में जानकारी ली।
रेड्डी ने बताया कि मुख्य रूप से बाघिन की उम्र बारह साल होती है इस दौरान बाघिन की मौत स्वाभाविक भी हो सकती है और उसका शिकार भी किया जा सकता है। इन सब कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि वन्यजीव नियमों के अनुसार 45 दिन तक अगर किसी भी टाइगर की जानकारी नहीं मिल पाती है तो उसे एक निश्चित अवधि के बाद मृत मान लिया जाता है। उन्होंने बताया कि विभाग के कर्मचारी बाघिन को तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कैमरों की ट्रैकिंग की जानकारी भी ली और सरिस्का के कोर एरिया के बारे में सरिस्का के नक्शे द्वारा अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि सरिस्का में बाघिन का गायब होना एक चिंता का कारण है लेकिन अभी सरिस्का के कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है।