नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच पारिवारिक लड़ाई सार्वजनिक होने के बाद हर दिन इसमें नए मोड़ आ रहे हैं।
हसीन ने फिर से क्रिकेटर पर नए आरोप लगाये और रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि शमी का फोन उनके हाथ नहीं लगा होता तो अब तक क्रिकेटर भाग गए होते और उन्हें तलाक भी दे दिया होता।
भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ के खिलाफ उनकी पत्नी ने कोलकाता पुलिस में घरेलू उत्पीड़न, बलात्कार, दहेज़ और विभिन्न महिलाओं के साथ संबंध रखने जैसे संगीन आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।
भारतीय क्रिकेटर इन आरोपों के बाद छवि खराब होने के साथ साथ राष्ट्रीय टीम और आगामी इंडियन प्रीमियर लीग में भी अपने करियर को लेकर संकट में घिर गए हैं। जहां उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बुधवार को जारी अपने केंद्रीय अनुबंध की सूची से बाहर रखा है वहीं आईपीएल की उनकी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स भी उन्हें लीग में खेलाने पर पुन: विचार कर रही है।
हसीन ने कहा कि मैंने शमी को फोन मिलने के बाद काफी समझाने और गलती स्वीकारने के लिए कहा। मैं उन्हें काफी समय से समझा रही हूं। यदि मुझे शमी का फोन नहीं मिला होता तो वह अब तक उत्तर प्रदेश भाग गए होते अौर मुझे तलाक भी दे दिया होता।
शमी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और कानूनी कार्रवाई झेल रहे तेज़ गेंदबाज़ों ने अारोपों से इंकार करते हुए कहा है कि उनकी पत्नी को किसी ने बरगला कर दिया है और यह उनके खिलाफ कोई साजिश है। हालांकि हसीन ने कहा कि शमी खुद को बचाने के लिए ऐसा कह रहे हैं।
हसीन ने शमी के आरोपों को लेकर कहा कि वह खुद को बचाने के लिए बहाने बहा रहा है। मीडिया को मैंने बहुत सारे सबूत दे दिए हैं तो क्यों नहीं मीडिया ही इस मामले की तहकीकात कर लेता है। मैंने सोशल मीडिया पर सबकुछ कहा है, मैंने तो शमी से भी अपनी शादी बचाने के लिए काफी अपील की है। यदि वह दोबारा मेरे पास आने का फैसला करते हैं तो मैं इस बारे में फिर से विचार कर सकती हूं।
28 वर्षीय तेज़ गेंदबाज ने हालांकि इन आरोपों को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कहा है और मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर हर दिन ही नए अारोप लगाए जा रहे हैं अौर मैं इनकी सफाई नहीं देना चाहता, मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि इन आरोपों की गहराई से जांच होनी चाहिए।
शमी ने इस बीच अपने राष्ट्रीय टीम के साथ करियर को लेकर भी कहा कि उन्हें भारतीय बोर्ड पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि मुझे बीसीसीआई पर भरोसा है और जांच के बाद जो भी बोर्ड का फैसला होगा मैं उसे स्वीकार करूंगा। मुझे इसे लेकर कोई चिंता नहीं है।