मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस काे शनिवार को खारिज कर दिया। यह नोटिस शिवसेना के बागी विधायकों और उनके नेता एकनाथ शिंदे ने भेजा था।
सूत्रों के अनुसार जिरवाल के कार्यालय ने बताया कि सेना बागी 16 विधायकों की सदन सदस्यता समाप्त करने के नाेटिस भेजे गए हैं और उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए मुम्बई में हाजिर होने काे कहा गया है।
इस बीच, शिवसेना के दोनों गुटों ने शनिवार को अपनी आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठकें बुलाई हैं। मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में पार्टी की कार्यकारिणी एक बैठक दोपहर बाद सेना भवन में हुई। उधर, शिंदे के नेतृत्व में गुवाहाटी के एक होटल में बैठक की जहां वह पिछले कई दिनों से जमे हुए हैं। शिंदे के नेतृत्व में बागी गुट ने ‘शिवसेना बालासाहब ठाकरे’ के नाम से एक नई पार्टी बनाने का फैसला किया है।
इस बीच, मुंबई शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक से मिली जानकारी के अनुसार ठाकरे के गुट ने प्रस्ताव पारित किया है कि किसी अन्य गुट या खेमे को शिवसेना और इसके संस्थापक बालासाहब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल करने की छूट नहीं होगी।
जानकारी के अनुसार कार्यकारिणी में पारित एक प्रस्ताव के अनुसार पार्टी प्रमुख ठाकरे को बागी विधायकों के बारे में कोई भी फैसला करने का अधिकार दिया गया है।