विजय सिंह मौर्य
अजमेर। संभाग के सबसे बडे जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में कोरोना पीडित मरीजों के बढते दवाब के बाद बंद किए गए गेटों का खमियाजा रविवार को एक गंभीर हालत में लाई गई वृद्ध महिला को उठाना पडा। पुलिस के सख्त पहरे के चलते परिजन उसे अस्पताल के भीतर नहीं ले जा सके।
इस सारी घटना को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक वृद्ध महिला गंभीर हालत में सडक पर पडी है। उसके साथ एक महिला व पुरुष मौजूद हैं तथा उसे संभाल रहे हैं। इस दौरान एक व्यक्ति वीडियो बना रहा है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि अस्पताल के गेट पर तैनात पुलिसकर्मी टस से मस तक नहीं हुए। उनके सामने सडक के दूसरी तरफ महिला मरीज तडपती रही लेकिन उनमें से एक भी उठकर पास तक नहीं आया। एक पुलिसकर्मी गेट के पास कुर्सी पर बैठा रहा तथा तीन खडे रहे। बाद में कुछ राहगीर रुके लेकिन कुछ सहयोग ना कर सके। इस दौरान एक सफेद रंग की कार अस्पताल के गेट के भीतर जाती हई नजर आती है लेकिन पुलिसकर्मी उसे बिना पूछताछ किए भीतर जाने देते हैं।
इस दौरान वीडियो बनाने वाला व्यक्ति पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए उस पीडित मरीज को अपनी मां बताते हुए व्यथा बता रहा है। उसका कहना है कि अस्पताल में बैड खाली नहीं होने का कहकर हमारे मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया है। अंत में वह बोलता है कि महिला की मौत हो गई।
इस सारे घटनाक्रम को लेकर वीडियो वायरल होने के बाद जेएलएन अस्पताल प्रशासन की ओर से शाम को जारी प्रेस नोट में बताया गया कि चिकित्सालय आने वाले सभी गम्भीर मरीजों को पूरा सहयोग किया जा रहा है। चिकित्सालय के कोविड वार्ड में मरीजों को दिखाने, भर्ती करने एवं उपचार करने के साथ ही उन्हें निर्धारित स्थान पर पहुंचाने की भी पूरी व्यवस्था की गई है। जेएलएन अस्पताल के बाहर पुलिस के जवान पूरा दिन मुस्तैदी से ड्यूटी पर तैनात हैं।
उधर, कोतवाली थाना प्रभारी शमशेर खान ने कहा है कि रविवार सुबह कुछ लोग एक वृद्ध महिला को चिकित्सालय के कोविड वार्ड पर दिखाने लाए थे। महिला की गम्भीर हालत को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात जवानों ने उन्हें वाहन सहित अंदर जाने को कहा था। लेकिन उनके साथ आए परिजन मरीज को अंदर लेकर नहीं गए, साथ आए दो व्यक्ति चिकित्सकों से मिलने अंदर गए।
थोड़ी देर वे दोनों बाहर आए और महिला को जमीन पर लिटा कर वीडियो बनाया। इस घटना के पश्चात भी जवानों ने उन्हें वाहन सहित अंदर जाकर दिखाने की सलाह दी थी। लेकिन परिजन अंदर नहीं जाकर शास्त्री नगर रोड की ओर चले गए। चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज और उसके परिजन को निर्धारित प्रक्रिया के तहत अंदर भेजा जाता है।
चिकित्सालय के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में कोरोना रोगियों के उपचार के लिए चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी पूरी गम्भीरता और संवेदनशीलता के साथ काम कर रहे हैं।