जयपुर। राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं बताते हुए इसे जानबूझकर किया गया ड्रामा करार दिया हैं।
डोटासरा ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था और रैली में भीड़ नहीं जुटने के कारण यह जानबूझकर ड्रामा किया गया हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस समय किसानों के वादे और उनकी समस्याओं को लेकर कोई चर्चा नहीं करके नए षड़यंत्र एवं नया माहौल बनाकर भाजपा छद्म राष्टवाद के सहारे उत्तरप्रदेश, पंजाब आदि राज्यों में चुनाव लड़ना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि किसान अपनी बात रखना चाह रहे थे जिन्हें तवज्जों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का रुट बदला गया और किसान बैठे थे उससे पहले उन्हें रोक दिया गया। सूचना मिली थी कि रैली में कोई भीड़ नहीं आई, इसके बाद सोची समझी रणनीति के तहत ड्रामा किया गया कि राज्य की तरफ से प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक की गई हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के हैलीकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था, सड़क मार्ग क्यों चुना गया। प्रधानमंत्री पर न कोई हमला हुआ, न कोई नारेबाजी हुई, वहां रास्ता साफ कर दिया गया, इसके बाद यह माहौल बनाया जा रहा हैं। उनकी सुरक्षा में कोई चूक नहीं हैं। उन्हेांने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन एजेंसियों की थी।
उन्होंने कहा कि वहां अपनी मांग को लेकर कोई प्रदर्शन कर रहे थे तो उनका यह संवैधानिक अधिकार हैं और उनकी बात सुनी जानी चाहिए थी और किसानों की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी घटना मामले में मंत्री को नहीं हटाया जायेगा तब तक उत्तर प्रदेश में भाजपा को कोई लाभ मिलने वाला नहीं हैं। डोटासरा ने कहा कि देश का कोई नागरिक नहीं चाहता कि प्रधानमंत्री को कोई ठेस पहुंचे।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के साथ केंद्र सरकार ने अत्याचार किया और उन पर तीन काले कानून लादने का काम किया। बिना संसद में चर्चा किए ये कानून वापस लिए गए। अब नया षड्यंत्र करके चुनाव लड़ना चाह रहे हैं।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में कांग्रेस को लपेटना अनुचित : गहलोत