अजमेर। राजस्थान में अजमेर संसदीय क्षेत्र में पहले चरण में 29 अप्रेल को होने वाले लोकसभा चुनाव में इस बार कोई नया मुद्दा सामने नहीं आया है।
मतदान में अब महज छह दिन शेष है, लेकिन जिले में बुनियादी मुद्दों को छोड़कर कोई ऐसा बड़ा मुद्दा सामने नहीं है जिसको स्थानीय मतदाता उठा रहे हो। गत वर्ष 29 जनवरी को हुए लोकसभा उपचुनाव और इसके बाद विधानसभा चुनाव के समय जो मुद्दे थे, वे आज भी लोकसभा चुनाव में नजर आ रहे है।
इस बार चुनाव में कांग्रेस के नए प्रत्याशी एवं उद्योगपति रिज्जु झुनझुनवाला जहां जिले में पेयजल समस्या से निजात एवं औद्योगिक क्रांति लाने का वादा कर रहे हैं वहीं भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी भी जिले में पेयजल का स्थाई निदान का वादा करने के साथ केन्द्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों के सहारे अपनी चुनावी वैतरणी पार करना चाह रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख राजनीतिक दल इस बार जनता के सामने ऐसा कोई बड़ा मुद्दा सामने नहीं ला पा रहे हैं जिसके कारण चुनाव में मतदाता उस तरफ आकर्षित हो सके। जिले का पानी संकट बुनियादी मुद्दा है। अब तक हुए चुनावों में भी पानी का मुद्दा हमेशा खड़ा दिखाई दिया है।
बीसलपुर बांध से अजमेर को जोड़ने के बावजूद जिला पानी के संकट से जूझ रहा है और अब चुनाव में इसको मुद्दा बनाया जाने लगा है। इस मुद्दे के सहारे प्रत्याशी संसद तो पहुंच जाता है लेकिन जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र के लिए पानी की समस्या का अब तक कोई स्थाई हल नहीं हो पाया है।
इसी तरह रोजगार को लेकर भी हमेशा आवाज उठाई जाती रही। इसके अलावा बिजली, पानी एवं सड़कों के मुद्दे भी उठाये जाते रहे है। चुनाव में दोनों प्रमुख दलों के वरिष्ठ नेताओं द्वारा राष्ट्रीय मुद्दों के साथ जनकल्याणकारी योजनाओं की दुहाई देकर मत लेने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बार चुनाव में अजमेर का मतदाता शांत दिखाई दे रहा है और वह अभी खुलकर किसी के बारे में कुछ नहीं कह रहा है।
जिले की अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, पुष्कर, नसीराबाद, केकड़ी, मसूदा, दूदू, किशनगढ़ आठों विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के पक्ष में दोनों पार्टियों के विधानसभावार नेताओं की गतिविधियां तेज हो गई है और नेता मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए वादों का पिटारा खोल रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिले में तीन चुनावी सभाएं कर चुके है। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट एवं चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा भी दौरे कर चुके है। पच्चीस अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अजमेर में झुनझुनवाला के पक्ष में रोड शो करने की संभावना है।
कांग्रेस प्रत्याशी को आम आदमी पार्टी एवं बीपीएल पार्टी का भी समर्थन मिल गया है और नामांकन वापसी के समय दो निर्दलीय मुस्लिम उम्मीदवारों ने भी श्री झुनझुनवाला के समर्थन में अपना नाम वापस लिया है।
उधर, भाजपा के भागीरथ चौधरी और उनके नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं और केन्द्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों के अलावा राष्ट्रीय मुद्दों एवं जिले की पेयजल समस्या के स्थायी निदान का वादा कर रहे है। भाजपा नेता कांग्रेस उम्मीदवार के बाहरी होने का मुद्दा भी बना रहे हैं।