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पेट्रोलियम पदार्थों को GST दायरे में लाने की कोई योजना नहीं: संबित पात्रा
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पेट्रोलियम पदार्थों को GST दायरे में लाने की कोई योजना नहीं: संबित पात्रा

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पेट्रोलियम पदार्थों को GST दायरे में लाने की कोई योजना नहीं: संबित पात्रा
No plan to bring the fuel products under GST regime : sambit patra
No plan to bring the fuel products under GST regime : sambit patra

शिमला। जनता अगर यह उम्मीद कर रही हो कि पेट्रोलियम पदार्थों की आसमान छूती कीमतों में किसी तरह की राहत केंद्र सरकार उसे देगी तो उसे ऐसी उम्मीद पालने की जरूरत नहीं है, यहां तक कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का भी केंद्र सरकार का फिलहाल कोई इरादा नहीं है।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सम्बित पात्रा ने शनिवार को प्रदेश पार्टी के आई प्रकोष्ठ की एक कार्यशाला के इतर एक पत्रकार सम्मेलन में आम जनता की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए साफ कहा कि मोदी सरकार का पेट्रोल-डीज़ल को जीएसटी के दायरे में लाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। उन्होंने हालांकि ये संकेत दिये कि केंद्र सरकार एक दूरगामी नीति के तहत पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों पर नियंत्रण रखने का प्रयास करेगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें नियंत्रित करने के लिए एक दूरगामी नीति बनाएगी और इन कीमतों को जीएसटी दायरे में लाने की भी फिलहाल कोई योजना नहीं है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें नियंत्रित करने के लिए इससे संबद्ध विभिन्न पक्षकारों के साथ बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के अस्थिरता और ईराक में जारी गृह युद्ध के कारण पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें प्रभावित हो रही हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछली केंद्र सरकार के मुकाबले वर्तमान सरकार के शासन में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें नियंत्रण में रही हैं।

मोदी सरकार पर उसके ‘मेक इन इंडिया‘ मिशन को लेकर अक्सर हमला बोलने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए पात्रा ने कहा कि नेहरू गांधी परिवार का यह उत्तराधिकारी अपने विदेश दौरे के बाद अक्सर इस तरह की बयानबाजी करता है।

भाजपा को सत्ता से बाहर रखने को लेकर उसके खिलाफ विपक्षी राजनीतिक दलों के एकजुट होने को ‘स्वार्थ का गठजोड़‘ तथा सत्ता पाने का लालच करार दिया।

पात्रा ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का अजेंडा अपने सपने और सवार्थ को पूरा करना है। उसे जनता की कोई चिंता नहीं है जबकि मोदी सरकार का एजेंडा देश की 125 करोड़ की जनता का सपना पूरा करना है।

एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कर्नाटक में विपक्षी कुनबा अपने अहंकार के लिए म्यूजिकल चेयर खेल रहे हैं। वहां पर बारी-बारी से नेता मंत्री बनेंगे। उन्हें जनता की कोई चिंता नहीं है।

इस मौके पर उन्होंने मोदी सरकार के चार साल के कार्यों का केंद्र की पिछली सरकार साथ तुल्नात्मक रिपोर्ट कार्ड भी रखा। उन्होंने कहा कि मोदी आज विश्व के नेता बन गए हैं तथा सभी वर्गों के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।

देश का सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) बढ़ कर 7.7 प्रतिशत तक पहुंच गया है। आर्थिक विकास दो में भारत चीन से भी आगे हो गया है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2013 से 2018 तक विश्व का जीडीपी मात्र चार प्रतिशत बढ़ा जबकि भारत की यह दर 31 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी।

भाजपा प्रवक्ता के अनुसार केंद्र की पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान देश में मात्र दो मोबाईल कम्पनियां थी जिनकी मोदी कार्यकाल में संख्या बढ़ कर 120 हो गई है। पिछली सरकार में प्रतिवर्ष छह करोड़ मोबाईल हैंडसेट बनते थे जबकि अब 22.5 करोड़ बन रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की स्थति सुधारने के लिए जहां स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू की हैं वहीं किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए कई कदम उठाए हैं। ई-राष्ट्रीय मार्किट में 88 लाख किसान जुड़ गए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों की रीढ़ बन गई है।

पात्रा ने प्रदेश की जयराम सरकार के कार्यों की सराहना की और कहा कि मात्र पांच माह के कार्यकाल में सरकार और संगठन निरंतर गरीबी उन्मूलन और गरीबों के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं।