जालोर। जालोर जिले के रानीवाड़ा क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान साधन नहीं मिलने पर एक वृद्धा अपनी 5 साल की नातिन के साथ पैदल ही रिश्तेदार से मिलने निकल पड़ी। लेकिन रास्ते में पानी नहीं मिलने से दोनों अचेत होकर गिर पड़ीं। डिहाइड्रेशन होने से बच्ची की मौत हो गई। एक राहगीर की नजर पड़ने से नानी की जान बचा ली गई।
सिरोही जिले के रायपुर से डूंगरी जाने के लिए सुखी देवी अपनी नातिन अंजलि (5) को लेकर पैदल ही निकल पड़ी। उसने पीने का पानी साथ नहीं लिया साथ ही 22 किलोमीटर लम्बे सफर से बचने के लिए 15 किलोमीटर का शार्ट कट अपनाया। यह रास्ता उजाड़ धोरों वाला है। करीब 10-12 किलोमीटर चलने के बाद तेज गर्मी और प्यास के कारण दोनों अचेत हो गई।
इसी बीच वहां से गुजर रहे चरवाहे की नजर पड़ी तो उसने गांव वालों को बुलाया। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। तब तक बच्ची दम तोड़ चुकी थी। वृद्धा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि अंजलि की मां चार महीने पहले ही नाता कर अन्य मर्द के साथ चली गई। तब से अंजलि नानी के पास ही रह रही थी।