SABGURU NEWS | चंडीगढ़ हरियाणा सरकार प्रदेश में शराब पीकर वाहन चलाने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में किसी अन्य की मृत्यु होने पर उसे गैर जमानती अपराध घोषित करने पर विचार कर रही है।
राज्य के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने आज विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला तथा पांच अन्य विधायकों द्वारा राज्य के युवाओं में चूरा पोस्त और अन्य तरह के नशों के प्रति बढ़ रही लत को लेकर लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में यह जानकारी दी।
उन्हाेंनेे कहा कि नशा करके वाहन चलाने वाले बड़ी संख्या में लोगों के लिये अकाल मौत का कारण बन रहे हैं तथा सरकार इसके प्रति आंखे मूंदे नहीं रह सकती। अब नशे में वाहन चलाने पर दुर्घटना होने तथा इसमें किसी अन्य व्यक्ति की मौत एक संज्ञेय अपराध है और सरकार इसे गैर जमानती करने पर गम्भीरता से विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार शराब, अफीम, चूरा पोस्त, गांजा, चरस, हेरोइन, स्मैक जैसे मादक पदार्थों की अवैध बिक्री तथा लोगों विशेषकर युवाओं में इसकी लत पड़ने को लेकर गम्भीरता से ले रही है। इसमें जहां वह मादक पदार्थों की बिक्री अंकुश लगाने के साथ इस धंधे में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है वहीं युवाओं को भी नशे के दुष्प्रभावों के बारे जागरूक कर रही है तथा उन्हें खेलों, योग था अन्य गतिविधियों की ओर प्रेरित कर रही है। सरकार अप्रैल माह में पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में युवाओं की भर्ती करने जा रही है।
श्री शर्मा के अनुसार सरकार शराब तथा मादक पदार्थों की तस्करी रोकने तथा नशे की हालत में तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों को पकड़ने के लिये समय समय पर विशेष अभियान चलाती रही है। वर्ष 2017 के दौरान शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ 14,668 आपराधिक मामले दर्ज कर लगभग सभी दोषियों को गिरफ्तार किया गया। इनसे तस्करी की 884256 बोतल देसी शराब, 38702 बोतल अवैध शराब, 761047 बोतल अंग्रेजी शराब, 73910 बोतल बीयर बरामद की गई तथा अवैध शराब बनाने की 22 भठ्ठियां भी पकड़ी गईं।
वर्ष 2017 में मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ 2247 आपराधिक मामले दर्ज किए गए जिनमें करीब सभी को को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके कब्जे से 86.28 किलो अफीम, 124.736 किलो चरस, 9549.65 किलो चूरा-पोस्त, 9.494 किलो स्मैक, 4367.881 किलो गांजा तथा 3.918 किलो हेरोइन बरामद की गई।
मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने मादक पदार्थों, नशीली दवाओं, अवैध हथियार, जाली मुद्रा, छीना-झपटी, अपहरण ,फिरौती, डकैती, लूट, आतकंवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से सम्बन्धित मामलों की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में एक स्पैशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) का गठन किया है जिसका मुख्यालय गुरुग्राम में स्थापित किया गया है।