अजमेर। उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा के मार्गदर्शन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल संचालन पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है ताकि उपभोक्ताओं को अधिकाधिक सुविधा प्रदान की जा सकें।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार विजय शर्मा के दिशा निर्देशों के फलस्वरूप यात्री ट्रेनों के संचालन एवं समय पालन पर उत्तर पश्चिम रेलवे पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे इस वर्ष जनवरी माह तक 96.93% के समयपालन को प्राप्त कर भारतीय रेलवे पर अग्रणी बना हुआ है।
उत्तर पश्चिम रेलवे विगत 3 वर्षों से लगातार यात्री गाडियों की समय पालन में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अग्रणी है। उत्तर पश्चिम रेलवे बढ़ते दोहरीकरण, स्थाई गति प्रतिबंधों को हटाकर एवं नियमित मॉनिटरिंग द्वारा समयपालनता में सिरमौर बना हुआ है।
देश के प्रत्येक भाग में आवशयक सामग्री की निर्बाध आपूर्ति के लिये रेलवे द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्तमान में माल लदान में अभिनव प्रयोग किये जा रहे है, जिसके फलस्वरूप इण्डस्ट्रीयल वाटर, पुट्टी, प्याज, किन्नू एवं चाईना क्ले आदि के नवीन मदो का लदान प्रारम्भ किया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर इस वर्ष जनवरी माह तक 27.11 मिलियन टन माल लदान किया गया, जो कि गत वर्ष की इसी अवधि की 23.77 मिलियन टन से 14.1% अधिक है। उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय एवं मंडलों में गठित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के अभिनव प्रयासों से माल लदान को बढ़ावा मिल रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर जनवरी माह तक 2018 वैगन प्रतिदिन लोडिंग की है, को विगत वर्ष की इसी अवधि में 1880 वैगन प्रतिदिन की तुलना में 7.3% अधिक है, साथ ही जनवरी माह तक माल लदान से प्राप्त आय 3071 करोड़ रुपए, विगत वर्ष की इसी अवधि में प्राप्त आय 2728 करोड़ रुपए से 12.6 प्रतिशत अधिक है।
उत्तर पश्चिम रेलवे माल वैगनो दूसरे क्षेत्रीय रेल के सौंपने (Thriughput) में जनवरी माह तक औसत 15325 वैगन रहा है, जो गत वर्ष की इसी अवधि में 11384 की तुलना में 34.6 प्रतिशत अधिक है। उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड के लक्ष्य 13500 वैगन प्रतिदिन से यह 13.5 प्रतिशत अधिक है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के निर्देशन में उत्तर पश्चिम रेलवे ने यात्री तथा माल परिवहन संचालन में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अलग पहचान बनाई है तथा नई ऊंचाईयों की ओर अग्रसर है।