अजमेर। उत्तर पश्चिम रेलवे राज्य भारत स्काउट एवं गाइड मुख्यालय के तत्वावधान में 2 से 8 अप्रेल तक पुष्कर घाटी में आयोजित किए जा रहे बेसिक एवं एडवांस यूनिट लीडर ट्रेनिंग कोर्स शिविर का अध्यक्ष पुनीत चावला तथा राज्य आयुक्त (स्काउट) कैप्टन शशिकिरण ने किया निरीक्षण किया।
प्रशिक्षण शिविर में अजमेर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर एवं मुख्यालय से कुल 52 प्रशिक्षणाथी भाग ले रहे हैं तथा प्रशिक्षण के लिए कुल 12 प्रशिक्षकों की टीम कोर्स के ट्रेनर ट्रेनिंग दे रहे हैं। प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य स्काउट गतिविधियों के सुचारू संचालन के लिए उर्जावान एवं सशक्त यूनिट लीडर तैयार करना है जिन्हें आधुनिकतम स्काउट प्रणाली का सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल नेतृत्व के लिए तैयार किया जाना है। उक्त प्रशिक्षण शिविर का समापन दिनांक 8 अप्रेल को होगा।
उत्तर पश्चिम रेलवे राज्य भारत स्काउट एवं गाइड के अध्यक्ष और प्रमुख मुख्य संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर उत्तर पश्चिम रेलवे पुनीत चावला ने सभी प्रशिक्षणार्थियों/प्रतिभागियों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आप स्काउटिंग के माध्यम से एक बेहतर नागरिक बनकर समाज एवं देश की सेवा करें तथा स्काउटिंग के दौरान प्राप्त किए गए अनुभवों एवं कौशल से लोगों को जागरूक करेंगे तथा स्काउटिंग के उद्देश्यों को लोगों में प्रसारित करने का कार्य करेंगे। भविष्य में इस मिशन को आगे बढ़ाते हुए रेल कर्मचारी, परिजनों एवं आम नागरिकों को इस संगठन से जोड़ने का कार्य करेंगे।
इस अवसर पर निरीक्षण के दौरान स्टेट स्टेट चीफ कमिश्नर एवं मुख्य बिजली इंजीनियर उत्तर पश्चिम रेलवे नरेंद्र कुमार, डिस्टिक कमिश्नर व वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक विजय सिंह तथा वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर अंकुर झींगोनिया सहित अन्य रेल अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
आज ही स्टेट आयुक्त तथा मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर पश्चिम रेलवे कैप्टन शशिकिरण ने भी कैंप का निरीक्षण किया और कैंप में भाग ले रहे प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभव शेयर किए तथा आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि स्काउट एवं गाइड के जरिए प्रतिभागियों में देश के प्रति निष्ठा, कार्य के प्रति समर्पण एवं परोपकार की भावना जागृत होती है तथा अपने कार्यक्षेत्र में लीडरशिप का निर्माण होता है जो किसी भी संगठन और इकाई के लिए बहुत ही आवश्यक है। इस प्रशिक्षण में जो कौशल एवं ज्ञान प्राप्त करेंगे वह न केवल उनके जीवनमुल्यों में वृद्धि करेंगे बल्कि उनके सर्वागीण विकास के साथ ही देश के विकास में सहायक होंगे।