चेन्नई। मशहूर अभिनेता और हाल ही में राजनीति में उतरे रजनीकांत ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी का समर्थन होने संबंधी रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा है कि ईश्वर अौर जनता उनके साथ है।
रजनीकांत ने शिमला, देहरादून, हिमालय और ऋषिकेश के आध्यात्मिक 10 दिवसीय दौरे के बाद यहां पोइस गार्डन स्थित अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत में स्पष्ट किया कि उनके पीछे भाजपा नहीं है। उनके साथ पहले ईश्वर है तथा इसके बाद जनता का समर्थन है।
विश्व हिन्दू परिषद समर्थित राम राज्य रथ यात्रा का विरोध कर रही राजनीतिक पार्टियों के बारे में पूछे जाने पर उन्हाेंने कहा कि तमिलनाडु एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है और सरकार को किसी भी सांप्रदायिक घटना को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सदभाव बनाए रखने के लिए पुलिस को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए आैर सांप्रदायिक हिंसा को किसी भी सूरत में रोका जाना जरूरी है और मुझे उम्मीद है कि सरकार इन्हें रोकने के सभी कदम उठाएगी।
कावेरी मसले पर उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार को कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) तथा कावेरी जल नियामक समिति (सीडब्लयूआरसी) के गठन को लेकर केन्द्र सरकार पर अधिक दबाव बनाना चाहिए। उनका कहना है
जब इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने 16 फरवरी को पहले ही फैसला दिया था तो सीएमबी का गठन किया जाना चाहिए लेकिन केन्द्र सरकार इस मामले में अनावश्यक देरी कर रही है आैर केन्द्र सरकार पर इस मसले में अधिक दबाव बनाया जाना जरूरी है।
उन्होंने राज्य के विभिन्न स्थानों पर समाज सुधारक नेता पेरियार की प्रतिमा तोड़े जाने को बर्बर करार देते हुए कहा कि ऐसा किया जाना गलत है और वह अपनी पार्टी का नाम तथा चुनाव चिह्न 14 अप्रैल को सार्वजनिक करेंगे। तमिलनाडु फिल्म उद्योग की जारी हड़ताल को लेकर उन्होंने कहा कि जितना जल्द हो सके इस हड़ताल को समाप्त किया जाना चाहिए।