चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाना सही नहीं था और यह पूरी तरह टालने योग्य था।
आज यहां विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर सरकारी म्युजियम एवं आर्ट गैलरी में एक फोटो प्रदर्शनी के दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हर दिन सरहदों पर भारतीय सैनिक शहीद हो रहे हैं तो सिद्धू को इससे बचना चाहिए था।
अमरिंदर ने कहा कि आखिर मारने के आदेश देने वाला तो सेना का प्रमुख ही होता है और सैनिक तो अपने प्रमुख के आदेशों का पालन ही करते हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हमारे सैनिकों की हत्याओं के लिए पाकिस्तान का सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा जिम्मेदार है और सिद्धू को उसके प्रति ऐसे संकेत का दिखावा नहीं करना चाहिए था।
सिद्धू के पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुखिया के साथ बैठने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हो सकता है कि कैबिनेट मंत्री को यह पता न हो कि उसके साथ कौन बैठा है और बैठने के इंतज़ाम भी उनके हाथों में नहीं थे।
कैप्टन ने विपक्ष की सिद्धू का इस्तीफ़ा लेने की मांग को हालांकि ग़ैर-वाजिब बताते हुए खारिज कर दिया।
एक अन्य सवाल के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि जहां तक सिद्धू के इमरान ख़ान के शपथ ग्रहण समारोह में जाने की बात है, क्रिकेट खेलने के समय के दौरान उसके पूर्व क्रिकेटर के साथ नज़दीकी संबंधों के कारण निजी हैसियत में वह शामिल होने के लिए गए थे।