पिछले एक माह से हमारा देश कोरोना से महाजंग लड़ रहा है। पीएम के एक आव्हान पर रविवार रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दीया और मोमबत्ती जलाकर देश की करोड़ों जनता ने दिखा दिया कि हमारे प्रिय नेता नरेंद्र मोदी ही है।
कोरोना वायरस को भारत से भगाने और हराने के लिए पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही आगे बढ़ रहा है। राजनीति के मैदान में नरेंद्र मोदी देश के नंबर वन नेता तो हैं ही है लेकिन अब उन्होंने कोरोना को लेकर जो लड़ाई छेड़ी है उसकी प्रशंसा करनी होगी। इस महामारी को जीतने के लिए पीएम मोदी मैदान में एक योद्धा की तरह खड़े हुए हैं। कोरोना वायरस की जागरूकता के लिए अब तक देश की जनता को तीन बार सीधे तौर पर संबोधित कर चुके हैं।
कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में पूरा देश एक बार फिर एकजुट हो गया। इस महामारी के अंधकार को चुनौती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश के 130 करोड़ लोग रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीये जलाए। देश के कोने-कोने से लोगों ने घरों के बाहर दीये और मोमबत्ती जलाकर ये संदेश दिया कि वो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं। देश की पूरी जनता भी अब उनकी मुरीद हो गई है उनके एक ही आह्वान और उनके दिशा निर्देशों में खूब बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक करोड़ों जनता ने अपने-अपने घरों में की रोशनी
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरे देश ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। रविवार रात 9 बजते ही 9 मिनट के लिए लोगों ने अपने घरों की बत्तियां बुझाकर दीये-कैंडिल, टॉर्च या मोबाइल की लाइट से रोशनी की। जम्मू कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर किसी ने कोरोना के खिलाफ उम्मीदों के दीये जलाए। यह संदेश दिया कि कोरोना के अंधेरे के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।
कई जगह बच्चों ने आतिशबाजी भी की। इस मुहिम का मकसद कोरोना से लड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों के प्रति आभार जताने के साथ-साथ लॉकडाउन के माहौल में निराशा को दूर करना था। अब तक केेे इतिहास में ऐसा पहली हुआ हैै कि अप्रैल महीनेे में देश की करोड़ों जनता ने दिवाली मनाई हो। पीएम मोदी के इस अभिमान अभियान में हर वर्ष से जुड़ा व्यक्ति शामिल हुआ।
जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन का भी पीएम मोदी की अपील पर देश ने खुलकर किया समर्थन
कोरौना की शुरुआती लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था, जिसका करो देशवासियों ने खुलकर समर्थन किया और दिशा निर्देश का पूरी तरह से पालन किया था। उसके बाद हमारे देश में कोरोना की रफ्तार जैसे बढ़ती गई फिर पीएम मोदी ने एक बार फिर देशवासियों से 21 दिनों का लॉकडाउन करने की अपील की जो आज भी हमारे देश में चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने वालों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि जनता कर्फ्यू को लेकर हर कोई अपनी-अपनी तरह से योगदान देने में जुटा रहा। प्रधानमंत्री ने कहा हममें से प्रत्येक कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में एक अत्यंत मूल्यवान सैनिक है और इस बारे में सतर्क एवं सजग रहने से लाखों अन्य लोगों की भी बहुमूल्य मदद की जा सकती है। सड़कें बेशक सूनी-सूनी नजर आ रही हैं, लेकिन ‘कोविड-19′ से लड़ने का संकल्प हमारे मन-मस्तिष्क में पूरी तरह से भरा हुआ है।
कोरोना को हराने के लिए पीएम मोदी की तकनीक का विश्व के कई नेता हुए मुरीद
ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी हमारे देश में लोकप्रिय हैं बल्कि विश्व के कई देशों में उनकी शानदार छवि बनी हुई है। कोरोना से हराने के लिए पीएम मोदी ने जो तकनीक अपनाई है उसे विश्व के कई देशों के राष्ट्र अध्यक्षों का खुलकर समर्थन मिल रहा है। पीएम मोदी की लाइट बंद करने की अपील का असर देश में तो हुआ ही साथ में ही जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम इजराइल समेत कई देशों में इसका असर देखा गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो इस समय पीएम मोदी से कोरोना को लेकर सलाह लेने पर मजबूर हैं। कोरोना को लेकर विश्व के कई नेताओं के साथ मोदी आए दिन चर्चा करते रहते हैं। वैसे भी मोदी के कुशल नेतृत्व का विश्व भर में डंका बज रहा है। कोरोना महामारी को लेकर किए गए पीएम मोदी के इंतजामों की वजह से विश्व के कई देश भारत की ओर देख रहे हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार