मेलबोर्न। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने कहा है कि उनके दस्तावेज में हुई गलती मानवीय चूक थी। हाल ही में उन पर आस्ट्रेलिया के प्रवेश कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप लगा था।
सीमा बल के अधिकारियों द्वारा वीजा रद्द करने के बाद कई दिनों तक जोकोविच को मेलबोर्न में अप्रवासी हिरासत में रखा गया था। उनसे कोविड -19 टीकाकरण के लिए मिली चिकित्सा छूट पर सवाल पूछे गए थे।
सोमवार को अदालत ने उन्हें रिहा करने का आदेश देते हुए कहा था कि वीजा रद्द करना अनुचित है क्योंकि खिलाड़ी को देश में आने पर वकीलों और टेनिस अधिकारियों से परामर्श करने का समय नहीं दिया गया था।
बुधवार को जोकोविच ने कहा कि यात्रा के दस्तावेज उनकी सहायता टीम द्वारा भरे गए थे। इस एक दस्तावेज में उनसे पूछा गया था कि क्या उन्होंने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने से पहले 14 दिनों में कहीं और यात्रा की या नहीं, इसके जवाब में उनकी सहायता टीम ने ‘नहीं’ बॉक्स पर टिक कर दिया। उन्होंने इसे प्रशासनिक गलती बताया।
जोकोविच ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि यह मानवीय भूल थी और निश्चित रूप से जानबूझकर नहीं की गई थी। हम एक वैश्विक महामारी के बीच चुनौतीपूर्ण समय में रह रहे हैं और कभी-कभी इस तरह की गलतियां हो जाती हैं।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ऑस्ट्रेलिया के अप्रवासी मंत्री एलेक्स हॉक ने 17 जनवरी से शुरू होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन से पहले कहा है कि दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी का वीजा रद्द करने पर विचार करना है।
गौरतलब है कि वीजा फॉर्म में झूठी या भ्रामक जानकारी देना एक अपराध है, जिसमें अधिकतम 12 महीने की जेल की सजा और 6,600 डॉलर का जुर्माना हो सकता है और इससे अपराधी का वीजा रद्द हो सकता है।
रिकॉर्ड 21वां टेनिस मेजर टाइटल जीतने की कोशिश में जुटे जोकोविक ने कहा कि उनके वकीलों ने बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई सरकार को अतिरिक्त जानकारी प्रदान की थी।
हॉक के एक प्रवक्ता, जिनके पास जोकोविच के वीजा को फिर से रद्द करने की विवेकाधीन शक्ति है, ने कहा कि नई जानकारी का आकलन करने के लिए विचार प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
जोकोविच के मामले ने दुनियाभर का ध्यान आकर्षित किया है और कैनबरा और बेल्ग्रेड के बीच अनिवार्य कोविड-19 टीकाकरण नीतियों पर बहस छेड़ दी है। ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वैक्सीन नहीं लेने पर गैर-नागरिकों या गैर-निवासियों पर प्रवेश प्रतिबंध है। लेकिन देश कुछ मामलों में चिकित्सा छूट प्रदान करता है। जोकोविच का भी वीजा इस आधार पर रद्द कर दिया गया था कि उन्हें टीका नहीं लगाया गया था।
सोमवार के अदालती फैसले में हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि जोकोविच को मिली छूट पिछले महीने कोविड-19 ले संपर्क में आने पर आधारित थी। वहीं, महिला टेनिस संघ ने बुधवार को युगल विशेषज्ञ रेनाटा वोराकोवा को लेकर चिंता जताई, जिन्होंने अपना वीजा रद्द होने के बाद शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया छोड़ दिया। संघ ने कहा कि चेक खिलाड़ी ने नियमों का पालन किया था और कुछ भी गलत नहीं किया।
वोराकोवा, जिन्हें कोविड-19 से छूट मिली थी । पहले से ही देश में थी और वार्म-अप टूर्नामेंट में भाग लिया था। उन्हें जोकोविच के संपर्क में आने के आने के बाद हिरासत में लिया गया था। डब्ल्यूटीए ने बयान में कहा कि हम इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति से उचित तरीके से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।
वोराकोवा ने लक्जमबर्ग के टीवी चैनल आरटीएल टुडे को बताया कि अगर टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें यात्रा खर्च और संभावित खोई हुई पुरस्कार राशि की भरपाई नहीं की, तो वह कानूनी कार्रवाई पर विचार करेंगी।
ऑस्ट्रेलिया आने से पहले जोकोविच की गतिविधियों को लेकर उस समय सवाल उठे, जब एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्हें स्पेन और फिर ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले उन्हें बेलग्रेड में दिखाया गया था।