जयपुर। संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावत’ का विरोध कर सुर्खियां बटोर चुकी श्री राजपूत करणी सेना ने अब रानी लक्ष्मीबाई पर बनने वाली फिल्म ‘मणिकर्णिका’ में इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाले ‘सर्व ब्राह्मण महासभा’ के समर्थन में उतर आई है।
इस फिल्म में कंगना रनौत मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म ‘झांसी की रानी’ के जीवन पर आधारित है और इसमें कथित रूप से लक्ष्मीबाई का एक ब्रिटिश अधिकारी के साथ संबंध दिखाया गया है।
श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कल्वी से जब यह पूछा गया कि क्या संगठन इस फिल्म का विरोध कर रहे ब्राह्मण महासभा का समर्थन करेगी? उन्होंने कहा कि अगर ब्राह्मण का खून बहेगा तो राजपूत क्या चुप रहेगा, जब राजपूत का खून बहा तो ब्राह्मण कभी चुप नहीं रहा।
उन्होंने दावा किया कि ‘पद्मावत’ फिल्म की रिलीज के विरोध में ब्राह्मणों ने 10 हजार पत्रों पर खून से हस्ताक्षर किए थे।
‘पद्मावत’ के निर्माता संजय लीला भंसाली, अभिनेता रणवीर सिंह, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के खिलाफ एफआईआर खारिज होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह होना ही था, क्योंकि शीर्ष अदालत ने पहले ही फिल्म रिलीज की घोषणा कर दी थी और इस मुद्दे को अभिव्यक्ति की आजादी के साथ जोड़ा था।
कल्वी ने कहा कि उच्च न्यायालय निश्चय ही सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन करेगा। इसमें कुछ नया नहीं है।
यह पूछे जाने पर कि क्या राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार और गुजरात में फिल्म रिलीज होने की कोई उम्मीद है? उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय सिनेमा घरों पर फिल्म रिलीज करने का दबाव नहीं बना सकता और सिनेमा घर के बाहर अर्धसैनिक बल को तैनात करने का आदेश नहीं दे सकता।
उन्होंने कहा कि इन चार राज्यों ने पहले ही फिल्म नहीं रिलीज करने का निर्णय किया था और इनमें से तीन राज्य पहले ही इस संबंध में शीर्ष अदालत का रुख कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि जहां तक हमें पता है कि इन राज्यों में सिनेमा घरों के मालिक फिल्म रिलीज करने को तैयार नहीं है। नौ फरवरी को नई फिल्में रिलीज हो रही हैं और इसलिए सिनेमा घरों के मालिक उन फिल्मों के प्रति ज्यादा उत्सुक हैं।
कल्वी ने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में फिल्म वितरण का काम देखने वाले राज बंसल ने दोनों राज्यों में फिल्म रिलीज करने से इंकार किया है। मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने भी राजस्थान में फिल्म रिलीज करने से इंकार किया है।
उन्होंने कहा कि हमने सरकार से ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने वाले मुद्दे को देखने के लिए प्री-स्क्रीनिंग बोर्ड का निर्माण करने को कहा है। हमने मजबूती के साथ ‘पद्मावत’ और ‘मणिकर्णिका’ फिल्म में विवादास्पद पहलुओं के लिए समिति गठित करने की मांग की है।