तिरुवनंतपुरम। केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलेजा के 28 हजार रुपए के चश्मे का मामला अभी शांत ही हुआ था कि केरल विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन भी इसी तरह के विवाद में फंस गए हैं।
आरटीआई दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि श्रीरामकृष्णन स्वास्थ्य मंत्री से भी महंगा चश्मा पहनते हैं, जिसकी कीमत 49,900 रुपए है। इसमें शीशे की कीमत 45,000 रुपए और फ्रेम की कीमत 4,900 रुपए है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दोनों नेताओं के महंगे चश्मे की वजह से सरकार को शर्मिदगी झेलनी पर रही है। श्रीरामकृष्णन ने शनिवार को कहा कि मुझे सदन में बैठने में दिक्कत हो रही थी और मैं सही तरीके से देख पाने में असमर्थ था और मुझे एक तरफ से दूसरी तरफ देखने के लिए पूरा सिर घुमाना पड़ता था।
उन्होंने कहा कि मुझे सीढ़ियां चढ़ने में परेशानी हो रही थी, इसलिए मेरे डॉक्टर ने मुझे बेहतर चश्मा लेने के लिए कहा और मैंने ऐसा ही किया।
यह विवाद उस मीडिया रपट के बाद सामने आया था, जिसमें बताया गया था कि केरल के विधायकों द्वारा किए गए मेडिकल पुनर्भुगतान की राशि लाखों में है। जब शैलजा के महंगे चश्मे और उनके पति के मेडिकल पुनर्भुगतान की खबर आई थी, तो उन्हें इसका सामना करने में काफी परेशानी हुई थी।
आरटीआई कार्यकर्ता वी बीनू ने पत्रकारों से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्हें 140 विधायकों के मेडिकल बिल की अनुमति देना होता है, वह खुद ही करदाताओं के पैसे को खर्च करने में कोई कमी नहीं दिखाते। केरल के विधायकों और उनके करीबी परिजनों को उनके मेडिकल खर्च की राशि दिए जाने का प्रावधान है।