नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार बैंकों के एनपीए (फंसे हुए कर्ज) के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है और देश इस ‘पाप’ के लिए पार्टी को कभी माफ नहीं करेगा।
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बहस का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि साल 2008 में बैंकों का कुल कर्ज 18 लाख करोड़ रुपए था, जो साल 2014 में बढ़कर 52 लाख करोड़ रुपए हो गया, क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार के दौरान अंधाधुंध कर्ज बांटे गए।
मोदी ने कहा कि आज जो एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां) में बढ़ोतरी हुई है, वह 52 हजार करोड़ रुपए के ब्याज के कारण है। देश आपको कभी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि देश को यह जानना चाहिए कि बैंकों के फंसे हुए कर्ज के लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है। पिछली सरकार ही पूरी तरह से जिम्मेदार है। उन्होंने ऐसी बैंकिंग नीतियां बनाईं, जिसमें बैंकों पर दवाब डाला गया, टेलीफोन कॉल की गईं और पसंदीदा लोगों को कर्ज बांटे गए। सरकार, बैंक और बिचौलियों ने मिलकर कागजों पर कर्ज को नए रूप दिए और लाखों करोड़ रुपये दे दिए गए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मुद्दा 2014 में सत्ता में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार के ध्यान में आया।
मोदी ने कहा कि अगर मुझे राजनीति करनी होती तो अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही मैं यह तथ्य सार्वजनिक रूप से लोगों के सामने रखता, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था को नुकसान होता। मैं आपके पापों के प्रमाण के बावजूद शांत रहा। मैं देश के हित में शांत रहा। लेकिन, अब हमने बैंकों को सशक्त कर दिया है और वक्त आ गया है कि सच्चाई को लोगों के सामने रखा जाए।
मोदी ने कहा, “यह एनपीए आपका पाप है। मैं इसे लोकतंत्र के मंदिर में कह रहा हूं। हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद, हमने एक भी ऐसा कर्ज नहीं बांटा, जो एनपीए में बदल गया हो।”
कांग्रेस पर गलत आंकड़े देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उसके नेताओं ने साल 2014 में एनपीए का आंकड़ा 36 फीसदी बताया था, लेकिन ये 82 फीसदी निकला। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुनर्पूजीकरण के माध्यम से बैंकों को मजबूत किया है।
मोदी ने कांग्रेस पर ‘हिट एंड रन’ की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि जितना ज्यादा आप कीचड़ फेकेंगे, उतना ही कमल (भाजपा का चुनाव चिन्ह) खिलेगा।