अजमेर। राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई ने राजस्थान के अजमेर में पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ आज जमकर प्रदर्शन किया।
अजमेर के केसरगंज स्थित सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय प्रवेश द्वार के बाहर छात्रों के समूह ने अपने अपने स्कूटरों एवं मोटरसाइकिलों को प्रतीक स्वरूप साइकिल रिक्शों और बैलगाड़ी छकड़े पर रखकर खींच कर चलाया और विरोध प्रदर्शन किया।
बाद में उन्होंने केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतले को नहीं जलाने दिया जिसको लेकर छात्रों एवं पुलिस में हलकी तकरार भी हुई।
एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष नवीन सोनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस जन भावना से भरे आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जिसकी पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास भेजी जाएगी। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार की इस बात के लिए भी आलोचना की कि कोरोना काल में भी केंद्र सरकार गरीब जनता एवं किसानों के हित की चिंता किए बिना पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर उन्हें आर्थिक बोझ तले दबा रही है जो अन्याय है।
संगठन उपाध्यक्ष दिनेश ने केंद्र सरकार को अंधी सरकार करार देते हुए कहा कि उसे आम लोगों के दुख दर्द की बिलकुल परवाह नहीं है। पेट्रोल डीजल आम लोगों के साथ साथ किसानों के लिए भी उपयोगी है, लेकिन केंद्र सरकार सहयोग करने के बजाए टैक्स लादकर जेब काटने का काम कर रही है जिसे संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा।
दूसरी ओर अजमेर दक्षिण के पुलिस उपाधीक्षक मुकेश सोनी ने बल प्रयोग को नकारते हुए कहा कि छात्रों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और समाप्त भी कर लिया। चूंकि उनके पास पुतला जलाने की अनुमति नहीं थी इसलिए पुतला नहीं जलाने दिया गया।