नई दिल्ली । भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने वर्ष 2019-20 के लिए विद्युत मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एनटीपीसी ने पूंजीगत व्यय के लिए 20,000 करोड़ रुपये के रूप में महत्वपूर्ण लक्ष्य रखे हैं और उत्कृष्ट श्रेणी के तहत 310 बिलियन यूनिट (बीयू) बिजली का उत्पादन किया है। निगम अपने बिजलीघरों के लिए ईंधन आपूर्ति को मजबूत करने के लिए बोली में 10.4 मिलियन मीट्रिक टन कोयला उत्पादन सुनिश्चित करेगा।
एनटीपीसी लिमिटेड ने परिचालन दक्षता बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है और साथ ही साथ वर्ष 2019-20 के लिए वित्तीय प्रदर्शन को मजबूत करने के उपायों को अपनाते हुए अपने राजस्व को 12 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। एमओयू पर एनटीपीसी लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गुरदीप सिंह और विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव अजय कुमार भल्ला ने हस्ताक्षर किए।
समझौता ज्ञापन के एक भाग के रूप में, कंपनी परिचालन दक्षता सुनिश्चित करेगी और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) कॉन्क्लेव के अनुरूप प्रासंगिक तकनीकी मापदंडों के उन्नयन को सुनिश्चित करने के उपायों को शामिल करेगी। साथ ही अपने परियोजना स्थलों पर सतत परियोजना निगरानी और मानव संसाधन प्रबंधन का प्रयास भी करेगी।
एक किफायती, कुशल और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से विश्वसनीय शक्ति और संबंधित समाधान प्रदान करने के मिशन के साथ, नवाचार और दक्षता से प्रेरित एनटीपीसी लगातार भारत में बिजली विकास को गति देने की दिशा में काम कर रहा है। एनटीपीसी समूह ने 2018-19 के दौरान 305.90 बीयू का सकल बिजली उत्पादन किया, और इस तरह पिछले वर्ष के 294.27 बीयू के मुकाबले 3.95 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। एनटीपीसी की 55,125 मेगावाट की स्थापित क्षमता है।