गुवाहाटी। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर वायु सेना की कार्रवाई में मारे गये आतंकवादियों की संख्या को लेकर विपक्षी दलों की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि इन आतंकवादियों की संख्या का पता देर सबेर चल जाएगा लेकिन इन पार्टियों काे इस तरह की राजनीति से बाज आना चाहिए।
सिंह ने मंगलवार को असम के धुबरी जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तकनीकी सक्षम निगरानी सुरक्षा प्रणाली का उद्घाटन करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दलों के कुछ नेता लगातार पूछ रहे हैं कि कितने आतंकवादी (बालाकोट हवाई हमलों में) मारे गए हैं। यह देर सबेर यह साफ हो जाएगा कि कितने आतंकवादी मारे गए।
गृह मंत्री ने एनटीआरओ रिपोर्ट के हवाले से कहा कि जिस इलाकों में वायु सेना के विमानों ने बम बरसाये उस समय वहां 300 मोबाइल फोन सक्रिय थे। उन्होंने सवाल पूछा कि ये फोन पेड़ इस्तेमाल कर रहे थे या मानव? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोगों और उनके नेताओं का दिल जानता है कि कितने आतंकवादी मारे गए हैं।
सिंह ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या हमारे वायु सेना के जवानों को फिर से वहां जाकर कितने लोगों की मौत हुई इसकी गिनती करनी चाहिए। क्या तमाशा है? उन्होंने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस संख्या जानना चाहती है तो मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वे पाकिस्तान जाएं तथा गिनती करें तथा वहां के लोगों से पूछे कि कितने लोग मारे गए।
सिंह ने पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सभी 44 जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पुलवामा हमले ने वायु सेना को बालाकोट में कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया जिसमें सेना के विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को बम बरसाकर उन्हें नष्ट कर दिया।