अजमेर। राजकीय महिला चिकित्सालय अजमेर में पदस्थापित नर्सेज कर्मियों से रेजीडेंट डॉक्टर द्वारा बदसलूकी तथा अस्पताल अधीक्षक के व्यवहार से खफा होकर शुक्रवार को नर्सिंग स्टाफ ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन कर रोष जताया।
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन जिला अजमेर के अध्यक्ष अमर सिंह मीणा ने बताया कि शुक्रवार को अस्पताल अधीक्षक कांति मेहरडा ने नर्सिंग इंचार्ज को बेवजह सार्वजनिक रूप से अपमानित करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इस घटना के बाद चिकित्सालय में कार्यरत नर्सेजकर्मियों में रोष व्याप्त हो गया तथा वे अस्पताल अधीक्षका के स्टाफ के प्रति दुराचरण को लेकर लामबंद हो गए।
नर्सेज ने अस्पताल प्रशासन की ओर से बेवजह प्रताडित किए जाने का विरोध जताते हुए गेटिंग कर अधीक्षका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नर्सिंग इंचार्ज उषा मकवाना ने बताया कि अस्पताल अधीक्षक कांति मेहरडा के व्यवहार से अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ बहुत परेशान हो चुका है। वे स्टाफ को बिना वजह ही प्रताडित करने का बहाना तलाशती रहती हैं। कर्मचारी का पक्ष सुने बिना ही उसे डांट लगाती है तथा अपशब्दों का इस्तेमाल करती है।
मामले की जानकारी मिलते ही नर्सेज एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे तथा अस्पताल अधीक्षक से बातचीत की। इसके बाद अस्पताल अधीक्षक कांति महरदा ने सार्वजनिक रूप से खेद जताया।
इसके अलावा एक दिन पहले मेल नर्स के साथ बदसलूकी करने वाले एक रेजीडेंट गोपाल अग्रवाल को भी फटकार लगाते हुए व्यवहार में बदलाव लाने तथा शिष्टाचार नियमों का पालन करने के निर्देश दिए। नर्सिग स्टाफ की शिकायत थी कि रेजीडेंट डॉक्टर अग्रवाल पूर्व में भी अन्य नर्सेज को गाली गलौज कर धमकाते रहते हैं।
इसके अलावा एसोसिएशन पदाधिकारियों ने अस्पताल प्रशासन से कहा कि अनेक नर्सेज कर्मियों को नर्सिंग के मूल कार्य से हटाकर अधीक्षक कार्यालय, ब्लड बैंक, लेब आदि पर पदस्थापन कर रखा है, उनको शीघ्र प्रभाव से हटाया जाए।
नर्सिंग कर्मियों की डयूटी वार्ड में होती है इसलिए मरीज का सैंपल लैब में जमा करवाने, रिपोर्ट लाने, ब्लड सैंपल भिजवाने और ब्लड बोतल लाने का कार्य के लिए दबाव नहीं बनाया जाए। क्योंकि नर्सेज कर्मी की किसी वार्ड या विभाग में ड्यूटी होने के दौरान वहां से बाहर जाना राजस्थान सेवा नियम एवं नर्सेज कर्मियों के मूल कार्य के अंतर्गत नहीं आता है।
अधीक्षक कार्यालय में पदस्थापित सभी लापरवाह क्लेरिकल स्टाफ, उनके द्वारा नर्सेज कर्मियों से अशोभनीय आचरण एवं कार्य में लापरवाही पर संगठन ने गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए अधीक्षक महोदय को शीघ्र कार्रवाई स्पष्ट शीघ्र कार्रवाई एवं उनके शिष्टाचार वार्तालाप आचरण नियम तथा अनुशासन के अनुसार कार्य करने के लिए निर्देश देने की मांग की।
अस्पताल अधीक्षक महोदय ने सभी मांगों को स्वीकार करते हुए एसोसिएशन को पूर्ण रूप से आश्वस्त किया नर्सेज स्टाफ को अतिरिक्त कार्य पर नहीं लगाया जाएगा। ऐसोसिएशन और अस्पताल प्रशासन के बीच वार्ता के बाद समस्त नर्सिग स्टाफ काम पर लौटा।
राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमर सिंह मीणा, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष खुशीराम मीणा, महासचिव बत्ती लाल, राजेश मशीनस, मसीहा दास, संजय मीणा, उषा मकवाना, मालती पथरी, मालती, सिस्टर एलियन, ग्रेश सिस्टर सहित सभी महिला नर्सेज कर्मियों ने अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी स्टाफ सदस्य को बिना वजह प्रताडित किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।