भुवनेश्वर । ओडिशा की बारगढ़ लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष चौहान ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
चौहान ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष पांडा को अपना इस्तीफा भेज दिया है। बारगढ़ लोकसभा सीट से टिकट नहीं देने के बाद पार्टी ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था ताकि वह चुनाव में पार्टी के लिए काम करते रहें। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजू जनता दल के प्रवेश सिंह को कड़ी टक्कर दी थी और 12 हजार से भी कम मतों से हारे थे। इस बार उन्हें चुनाव में जीत की उम्मीद थी लेकिन पार्टी ने उनकी जगह भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी को टिकट दे दिया। पुजारी पिछली बार पश्चिमी ओडिशा के संबलपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे और उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा था।
चौहान ने आरोप लगाया कि पिछली बार वह अपनी ही पार्टी के एक व्यक्ति की साजिश के कारण चुनाव जीत नहीं सके थे और इस बार पार्टी के कुछ नेताओं के षडयंत्र की वजह से उन्हें टिकट नहीं मिला। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि भाजपा ने ऐसे लोगों को टिकट दिया है जो अपने चुनाव क्षेत्रों से परिचित भी नहीं हैं।
पार्टी ने पुजारी को संबलपुर की बजाय बारगढ़ से टिकट दिया है वहीं बीजू जनता दल ने बारगढ़ के कद्दावर नेता एवं राज्यसभा सांसद प्रसन्ना आचार्य को यहां से उतारा है। इसी तरह भाजपा ने देवगढ़ के विधायक नितिन गंगदेव को संबलपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है जो इस निर्वाचन क्षेत्र को बहुत अच्छी तरह नहीं जानते हैं।