भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने कोरापुट जिले में नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर सुरक्षा कर्मियों द्वारा बीते साल किए गए गैंगरेप की जांच बुधवार को विशेष जांच दल द्वारा कराए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पीड़ित की मौत के बाद ‘मामले की असामान्य परिस्थितियों के मद्देनजर’ जांच की निगरानी के लिए उड़ीसा उच्च न्यायालय से अनुरोध भी किया।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा व गरिमा के प्रति वचनबद्धता व प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों में दृढ़ विश्वास के कारण उनकी सरकार ने मामले की जांच को तुरंत एआईटी को सौंपने के लिए कदम उठाया है और अदालत से इसकी निगरानी का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि मामले को अपराध शाखा को स्थानांतरित करने के अतिरिक्त राज्य सरकार ने उच्च न्यायलय द्वारा नामित एक मौजूदा न्यायाधीश से स्वतंत्र न्यायिक जांच की व्यवस्था भी की है।
पटनायक ने कहा कि राज्य जल्द से जल्द न्याय देने के लिए प्रतिबद्ध है व इसके लिए पारदर्शिता रखी जाएगी।
नाबालिग जनजातीय लड़की से कथित तौर पर 10 अक्टूबर 2017 को कुंडुली इलाके में सुरक्षा कर्मियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। पीड़ित ने 22 जनवरी को अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी। इसे लेकर राज्य भर में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए गए।
पीड़ित के परिवार के सदस्य मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। परिवार के सदस्यों का कहना है कि राज्य पुलिस विश्वास खो चुकी है।