नई दिल्ली/भुवनेश्वर। ओडिशा में पूर्व तटीय रेलवे (ईसीओआर) के कोरई स्टेशन पर सोमवार को मालगाड़ी के पटरी से उतरने की घटना के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हुए हैँ वहीं ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक रेलवे ने रेलवे आयुक्त (संरक्षा) के स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि खुर्दा रोड मंडल के भद्रक-कपिलास खंड में कोरई स्टेशन पर सोमवार सुबह 6.44 बजे मालगाड़ी के कम से कम आठ वैगन बेपटरी हो गए। वैगनों के गिरने से रेलवे स्टेशन की इमारत को नुकसान पहुंचा और दोनों ओर के ट्रैक पर यातायात अवरुद्ध हो गया। स्टेशन की इमारत के क्षतिग्रस्त होने की वजह से कटक से इलाज के लिए ट्रेन में सवार होने के लिए रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रही एक महिला और उसकी बेटी तथा एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।
ईसीओआर के सूत्रों ने कहा कि स्टेशन पर इंतजार कर रहे चार अन्य लोग भी घायल हो गये। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है और 10 लाख रुपए की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपए और मामूली रूप से घायलों को 25,000 रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने पीड़ितों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने प्रशासन को बचाव कार्यों में तेजी लाने और घायल व्यक्तियों के लिए पर्याप्त उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मल्लिक को घटनास्थल का दौरा करने और स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा था। इस बीच ट्रेन सेवाओं की शीघ्र बहाली और राहत कार्यों की निगरानी के लिए ईसीओआर के महाप्रबंधक अन्य प्रमुख विभागों के प्रमुखों के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचे।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना में पटरी से उतरे सभी आठ वैगनों को रेलवे ट्रैक से हटा दिया गया है और रात तक ट्रैक को बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है। दुर्घटना के कारण 19 ट्रेनें रद्द कर दी गए। वहीं छह ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करने के साथ ही 20 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है।
उन्होंने बताया कि हरिदासपुर स्टेशन पर फंसे 300 यात्रियों में से लंबी दूरी के 210 यात्रियों को उनकी आगे की यात्रा के लिए 18046 हैदराबाद-शालीमार ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस में बिठाया गया। इसके अलावा लगभग 45 स्थानीय यात्रियों को उनके विभिन्न गंतव्यों के लिए मुफ्त सड़क परिवहन प्रदान किया गया।