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coronavirus mai ab tak kitne log tablighi jamaat ke - Sabguru News
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देश में अब तक कोरोना वायरस संकमितों में से 29.8 फीसदी तबलीगी

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देश में अब तक कोरोना वायरस संकमितों में से 29.8 फीसदी तबलीगी

नई दिल्ली। देश में अब तक कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से संक्रमित 14378 लोगों में से 29.8 प्रतिशत मरीज दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात से जुड़े या उनके संपर्क में आए लोगों से संबंधित हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुल 14378 संक्रमितों में से 4291 संक्रमित तबलीगी जमात में शामिल हुए या उनके संपर्क में आये लोग हैं। तमिलनाडु में 84, दिल्ली में 63, तेलंगाना में 79, उत्तर प्रदेश में 59, आंध्र प्रदेश में 61, असम में 91 और अंडमान-निकोबार में 83 प्रतिशत संक्रमित तबलीगी जमात से जुड़े या उनके संपर्क में आए लोग हैं। अरुणाचल प्रदेश में एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है और वह तबलीगी जमात में शामिल हुआ था।

उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना कितना घातक साबित हो सकता है। इसके मद्देनजर सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी निर्देशों का पालन सभी को अवश्य करना चाहिए जिससे कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग को जीतने में सफलता हासिल की जा सके।

अग्रवाल ने बताया कि देश में काेरोना वायरस संक्रमितों की मृत्यु दर अब तक 3.3 प्रतिशत रही है। इनमें शून्य से 45 वर्ष तक के लोग 14.4 प्रतिशत, 45 से 60 वर्ष तक के लोग 10.3 प्रतिशत, 60 से 75 वर्ष तक के लोग 33.1 प्रतिशत और 75 वर्ष से अधिक लोग 42.2 प्रतिशत रहे हैं।

उन्होंने कहा कि तथ्यों से पहले ही साबित हो चुका है कि बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोग कोरोना वायरस की चपेट में जल्दी आ जाते हैं और उनकी मृत्यु दर भी अधिक रहती है। इन तथ्यों के मद्देनजर सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि बुजुर्ग और बीमार लोगों से दूरी बना कर रखी जाए। घरों में सामान्य कार्य-व्यवहार के दौरान भी बुजुर्गों-बीमारों से दूरी बनाये रखनी चाहिए जिससे उन्हें संक्रमित होने की किसी तरह के आशंका ही न रहे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि देश में अब तक 1992 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं जो कुल संक्रमितों के 13.85 फीसदी हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और स्वास्थ्य सत्येन्द्र जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो काॅफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की थी और यहां के हालात की समीक्षा की थी। डा. हर्षवर्धन ने रक्त आदि की उपलब्धता की जानकारी ली और इसके लिए रेडक्राॅस सोसाइटी की मदद लेने का भी सुझाव दिया।

अग्रवाल ने बताया कि जमीनी स्तर पर कार्यरत कोरोना योद्धाओं की मेहनत के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। इनमें केरल का कासरगोड जिला एक उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में सामने आया है। इस जिले में अब तक 168 कोरोना वायरस से संक्रमित लोग पाए गए हैं जिनमें से 113 स्वस्थ हो चुके हैं। अच्छी बात यह रही कि इस जिले में कोरोना वायरस की वजह से किसी की मौत नहीं हुई है। पचपन संक्रमितों का अभी उपचार किया जा रहा है।

गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिता श्रीवास्तव ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सरकार ने लॉकडाउन की वजह से देश में फंस गये विदेश के लोगों की वीजा अवधि तीन मई तक निशुल्क बढ़ाने का अादेश जारी किया है। विदेश के जिन लोगों की वीजा अवधि समाप्त हो गई है, उनसे ओवर स्टे पेनाल्टी नहीं ली जाएगी और यदि उन्हें एक्जिट परमिट की आवश्यकता होगी तो वह भी निशुल्क प्रदान की जाएगी। इसके लिए उन्हें 17 मई तक का ग्रेस पीरियड भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने यह सुविधा सदभावना संकेत के तहत प्रदान की है।

श्रीवास्तव ने बताया कि देश में लाॅकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता की स्थिति संतोषजनक है और सभी राज्य लॉकडाउन का पालन करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर और डिस्ट्रिक्ट ऑपरेशन सेंटर स्थापित करके सभी तरह की व्यवस्थाएं दुरुस्त रखी जा रही है।

उनतीस राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने सिंगल इमरजेंसी रिस्पाँस नम्बर 112 स्थापित किए हैं जहां फोन करके कोई भी पीड़ित अपनी समस्या बता कर उसका समाधान करवा सकता है। यहां से पुलिस,अग्निशमन, एम्बुलेंस आदि सहायताएं ली जा सकती हैं। बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है।

उन्होंने बताया कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने देश भर में 20 शिकायत केन्द्र स्थापित किए हैं जहां मजदूर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कॉल कर सकते हैं। श्रम मंत्रालय ने नियंत्रण कक्ष भी बनाया है जहां विभिन्न सेवाएं प्रदान की जाती हैं।