नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 17वीं लोकसभा के पहले सत्र की कार्यवाही निर्बाध चलने में सहयोग के लिए सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया तथा कहा कि सभी दलों के राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर काम करने के कारण ही यह संभव हो सका।
बिरला ने शनिवार को कहा कि सदन का सुचारू संचालन मेरे लिए भी चुनौती थी। चुनौती के साथ विश्वास और भरोसा भी था। सभी दलों के नेताओं ने सदन चलाने में सहयोग किया। सदन के निर्बाध चलने से देश की जनता में अच्छा संदेश गया है। सांसदों ने अनुशासन, नियम और प्रक्रिया को ध्यान में रखा।
उन्होंने कहा कि ऐसे अनुभवी सदस्य जो पांचवीं-छठी बार चुनकर आए हैं, उन्होंने भी इस बार कार्यवाही में सकारात्मक सहयोग और नियम के दायरे में सभी बार सरकार के समक्ष रखी। मेरा मानना है कि लोग यही देखना चाहते हैं कि सदन निर्बाध रूप से चले।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न दलों की राजनीतिक विचारधारा अलग-अलग हो सकती है, उनके बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। सभी दलों ने राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर सत्र के दौरान सहयोग किया। इसी का परिणाम हैं कि कई विधेयक सर्वसम्मति से पारित किए गए।
उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि सभी को विश्वास में लेकर पूरे पांच साल सदन की कार्यवाही बिना बाधा चलाई जाए।
सदन की कार्यवाही की ‘सकारात्मक’ कवरेज के लिए उन्होंने मीडिया का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मीडिया संसदीय लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण अंग है। उसने 17वीं लोकसभा की कार्यवाही को देश के आम लोगों तक पहुंचाने में अच्छी भूमिका निभाई।